मडगांव (गोवा) में ‘दक्षिणायन परिषद’ का आयोजन
‘क्या, परिषद को होनेवाला विरोध उचित है ?’ इस विषय पर प्राईम समाचारवाहिनीद्वारा आयोजित चर्चासत्र
पणजी : प्राईम समाचारवाहिनी आयोजित चर्चासत्र में हिन्दू जनजागृति समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकी ने स्पष्ट किया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीद्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं को विदेश से मिलनेवाली निधि पर नियंत्रण लाए जाने के पश्चात देश में असहिष्णुता होने का कोलाहल मचाया जा रहा है। ऐसा कोलाहल मचानेवालों में एक डॉ. गणेश देवी ने इस दक्षिणायन परिषद का आयोजन किया है। इस परिषद के गोवा के आयोजक श्री. दत्ता नाइक ने ब्राह्मण समाज पर अत्यंत हीन स्तर पर आलोचना करनेवाला लेख लिखा है। इससे निश्चित ही इस दक्षिणायन परिषद में केवल ‘हिन्दू धर्म’ के विरोध में इकांगी आलोचना के अतिरिक्त कोई विचार-विमर्श नहीं होगा ! इसीलिए इस परिषद को हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा विरोध किया गया है एवं उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
डॉ. सोलंकी ने ऐसा भी कहा कि, यह मांग संविधान की सीमा में रह कर वैधानिक मार्ग से की गई है। इसलिए कोई ऐसा दिखावा न करे कि, इस मांगद्वारा ‘किसी की अभिव्यक्ति स्वातंत्र्य का भंग हो रहा है’ ! देश में असहिष्णुता का वातावरण उत्पन्न होने का दिखावा कर केवल हिन्दुओं पर आलोचना करने हेतु आयोजित ‘अभिव्यक्ति दक्षिणायन’ परिषद के गोवा के आयोजन पर हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आपत्ति जताई गई थी। इसलिए इन संतप्त पुरो(अधो)गामियों ने हिन्दू जनजागृति समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉ. सोलंकी को गोवा के स्थानीय केबल समाचारवाहिनी प्राईम पर आयोजित चर्चासत्र में आमंत्रित कर अपनी सारी भड़ास उन पर निकालने का प्रयास किया; परंतु डॉ. सोलंकी ने सभी आरोपों का खंडन कर उन सभी के इस दबावतंत्र को विफल किया !
‘प्राईम’ समाचारवाहिनी पर ‘लोकमत लोकशक्ति’ इस चर्चासत्र में सूत्रसंचालक तथा दैनिक लोकमत के निरंतर हिन्दुत्वविरोधी भूमिका प्रस्तुत करनेवाले संपादक श्री. राजू नायक के साथ दक्षिणायन परिषद के गोवा उपाध्यक्ष श्री. मोहनदास लोलयेकर, धर्मनिरपेक्ष पत्रकार श्री. प्रकाश कामत एवं हिन्दू जनजागृति समिति के समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकी सम्मिलित हुए थे।
‘क्या, परिषद को होनेवाला विरोध उचित है ?’ इस विषय पर चर्चासत्र आयोजित किया गया था।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात