फरीदपुर : आला हजरत के उर्स में चढ़ाने के लिए आ रहीं चादरों के जुलूस का मार्ग बदलने पर फरीदपुर के जेड़ गांव में जमकर बवाल हुआ। दो समुदाय आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया जिससे भगदड मच गई। तनातनी की खबर फैलते ही पुलिस और प्रशासन में खलबली मच गई। पुलिस ने किसी तरह जुलूस को महामार्ग तक पहुंचाया। पथराव में दरोगा समेत दो ग्रामीण घायल हो गए।
भगदड में भी कुछ को चोटें आई हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ११ नामजद और ४० अज्ञात के विरुद्ध विवरण दर्ज कर प्रधान कृष्णपाल यादव समेत सात लोगों को अवरुद्ध कर जेल भेज दिया है। तनाव के चलते गांव में पुलिस बल तैनात कर दी गई है।
बरेली में तीन दिवसीय आला हजरत का उर्स चल रहा है। इसमें आसपास के गांवों से मुसलमान समुदाय के लोग चादर चढ़ाने के लिए जुलूस के रूप में शहर पहुंच रहे हैं। फरीदपुर के ग्राम जेड़ में शुक्रवार को सुबह करीब ७.३० बजे उर्स में चादर चढ़ाने के लिए लोग घरों से निकले। ये गांव लंबाई में बसा है। गांव के दोनों ओर मुसलमान जनसंख्या है, बीच में कुछ हिन्दू लोग रहते हैं। डीजे बजाते हुए चादर का जुलूस ले जाया जा रहा था।
पुलिस विभाग में मच गया हड़कंप
हिन्दुआें ने इसे नई परंपरा बताकर आपत्ति जतार्इ। सूचना पर सीओ नीति द्विवेदी और प्रभारी निरीक्षक राजनरेश चौधरी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों के साथ एक घंटे तक वार्ता की। इसी बीच एसपी देहात यमुना प्रसाद भी पहुंच गये। हिन्दुआें ने एसपी देहात को बताया कि, जुलूस का परंपरागत रास्ता पीछे से है। उस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है, वहां से चादर निकाल लें। एसपी देहात ने रास्ता देखकर जुलूस निकालने को कह दिया।
इस रास्ते से चादर लेकर मुसलमान समुदाय के लोग कुछ दूर चले। कीचड़ होने की वजह से मुसलमान समुदाय ने रास्ता दुबारा बदल दिया। इस पर दोनों समुदाय दुबारा आमने सामने आ गये और दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया।
एसपी देहात और सीओ को जानकारी मिली तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जब तक पुलिस पहुंची, तब तक दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थर चले। आसपास की गलियों में भगदड़ मच गई। पुलिस ने जुलूस को राजमार्ग तक पहुंचाया और हिन्दुआें को रास्ते से भी हटा दिया। गांव में पुलिस बल तैनात है।
डीआईजी आशुतोष कुमार ने बताया कि, फरीदपुर के गांव में दो समुदायों के बीच हुए विवाद में प्रधान समेत सात आरोपियों को अवरुद्ध कर जेल भेज दिया गया है। गांव में अब शांति है। अन्य कोई दोषी होगा तो उसे भी अवरुद्ध कर जेल भेजा जाएगा।
स्तोत्र : अमर उजाला