आश्विन शुक्लपक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
कांके के बोड़ेया गांव स्थित केथल मिशन
रांची (झारखंड) : बेथल मिशन अनाथालय में कई संदिग्ध मौतें हुईं। कई बच्चे-बच्चियां गायब हैं। छोटे बच्चों को बेचने का भी आरोप लगा। इतना ही नहीं, खूंटी जिले के कंकसी गांव (पोस्ट बिंदा) की सुसंती सोय की मौत पिछले साल हुई। उसकी मौत कैसे हुई? कब हुई? इसका राज बेथल मिशन के संस्थापक जेम्स पुन्नूस के अलावाकोई नहीं जानता। क्योंकि, लड़की की मौत के बाद जेम्स ने इसकी सूचना उसके परिजन और पुलिस को भी नहीं ही दी। पोस्टमार्टम कराने की बजाए गुपचुप तरीके से एचईसी प्लांट अस्पताल के पीछे कब्रिस्तान में उसे दफना दिया गया। सुसंती की मां आज भी वास्तविक स्थिति जानने के लिए तड़प रही है। अनाथालय में हुईं कई घटनाओं के बारे में बेथल मिशन के एक पूर्व कर्मचारी ने कई राज खोले हैं।
बेटी का शव नहीं दिया, गेट से भगा दिया मां को
साल २००८ की बात है। फूलमनी देवी नाम की महिला अपनी बेटी सुसंती से मिलने बेथल मिशन पहुंची। उन्हें गेट पर से ही भगा दिया गया। उन्होंने बताया कि बेटी से मिलने का आग्रह कर रही थी, तभी डैडी (जेम्स पुन्नूस) आ गए और कहा कि अब आप अपनी बेटी से नहीं मिल सकती हैं। वह नहीं रही। जब पूछा कि मौत हुई तो हमें खबर क्यों नहीं दी गई। उसकी बॉडी क्यों नहीं सौंपी। जेम्स ने कहा कि आपको पत्र भेजा गया था। पर, कोई नहीं आया। इसलिए दफना दिया।
राधा ने जहर खाकर दे दी जान
कर्मचारी ने बताया कि १९९८ में करीब २० साल की राधा अपनी छोटी बेटी के साथ बेथल मिशन आई थी। जेम्स पुन्नूस ने राधा को गर्ल्स हॉस्टल का वॉर्डन बना दिया। उस समय जोश थामस (फुफेरा भाई) हिनू स्थित शुक्ला कॉलोनी में रहते थे। बेथल मिशन में बाइबिल की कक्षाएं भी लेते थे। करीब एक साल बाद १९९९ में एक दिन सभी राधा के कमरे के बाहर खड़े थे। राधा के मुंह से झाग निकल रहा था। जेम्स कमरे में राधा से बातें कर रहे थे। हॉस्टल के एक कर्मचारी ने बताया कि राधा ने जहर खा लिया है। लोगों ने राधा को अस्पताल ले जाने के लिए कहा, लेकिन जेम्स ने कहा, घबराने की बात नहीं है। काफी समय बाद उसे अस्पताल ले जाने का निर्णय हुआ, रास्ते में राधा की मौत हो गई।
नहीं कराया पोस्टमार्टम
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने राधा को मृत घोषित करते हुए उसके गर्भवती होने की आशंका जाहिर की थी और पोस्टमार्टम कराने को कहा। मगर जेम्स पुन्नूस ने पोस्टमार्टम नहीं कराया। राधा के शव का अंतिम संस्कार पास्तर जॉन कच्छप के सहयोग से एचईसी प्लांट अस्पताल के पीछे कर दिया गया। तब भी राधा और जेम्स के बीच शारीरिक संबंध होने के आरोप लगे थे।
इन मौतों पर हैं सवाल
राधा की मौत : कारण का पता नहीं, पोस्टमार्टम नहीं कराया गया।
ग्रेस को बेचने का आरोप : अब तक मामले का सही खुलासा नहीं।
मरांडी की मौत : परिस्थितियां संदिग्ध, इनका भी पोस्टमार्टम नहीं।
एंजल की मौत : बिना पोस्टमार्टम कराए दफना दिया।
सुसंती सोय की मौत : शव परिजनों को देने की बजाए चोरी छुपे दफनाया।
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स्त्रोत : दैनिक भास्कर