चेन्नई (तमिळनाडु ) : अण्णानगर के वाळियम्मल उच्च माध्यमिक पाठशाला में २५ नवम्बर को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ताणतनाव इस विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया । बारावी कक्षा के लगभग १३० छात्रों ने तथा दसवी के ८० छात्रों ने उस व्याख्यान का लाभ ऊठाया । उस समय समिति की ओर से श्रीमती सुगंधी जयकुमार तथा श्री. श्रीराम लुकतुके ने मार्गदर्शन किया । अधिकांश छात्रों ने बताया कि, ‘हमें अधिक बार तानतनाव का सामना करना पडता है । किंतु उस पर उपाय क्या करना, इस संदर्भ में हम अनभिज्ञ हैं ।’ अतः छात्रों को ‘तनाव विरहित जीवन व्यतीत करने की दृष्टि से दोष नष्ट करना तथा नीतिमूल्यों का संवर्धन करना कितना महत्त्वपूर्ण है’, इस संदर्भ में संगणकीय प्रणाली द्वारा जानकारी दी गई । यह प्रक्रिया केवल शालेय जीवन तक ही सीमित नहीं है, तो पूरे जीवन तक
महत्त्वपूर्ण है ।’
व्याख्यान के पश्चात् छात्रों ने अधिकांश शंकाएं उपस्थित की । श्रीमती सुगंधी जयकुमार तथा श्री. श्रीराम लुकतुके ने उनकी शंकाओं का निरसन किया । पाठशाला के प्राचार्यों ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की प्रशंसा की । शिक्षण के साथ ही व्यक्तित्व विकास महत्त्वपूर्ण है । अतः पाठशाला के प्राचार्य ने हिन्दू जनजागृति को समिति को यह विनती की कि, ‘यह व्याख्यान अध्यापकों के लिए भी आयोजित करें ।’
यह कार्यशाला सफल करने के लिए श्रीमती कल्पना बालाजे तथा श्रीमती सुधा गोपालकृष्णन् ने अधिक परिश्रम किए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात