न्यूयॉर्क/लाहौर : दुनियाभर के सामने पाकिस्तान की पोल एक बार फिर खुल गई है। अमेरिका के इलेक्ट प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प का नाम लेकर फैलाया गया झूठ पकड़ लिया गया गया। दरअसल, नवाज शरीफ ने बधाई देने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प को फोन किया था। इस पर पाकिस्तान के पीएम ऑफिस से जारी बयान में कहा गया कि ट्रम्प ने शरीफ को गजब का शख्स बताया है। साथ ही, वादा किया कि वो पाकिस्तान की हर दिक्कत दूर करना चाहते हैं। ट्रम्प की टीम ने इस दावे की हवा निकाल दी। कहा- जैसा बताया जा रहा है, वैसी कोई बातचीत नहीं हुई। अमेरिका मीडिया ने कहा- यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन…
- ट्रम्प-शरीफ की बातचीत पर पाकिस्तान की ओर से किए गए दावों को अमेरिकी मीडिया ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया है।
- अमेरिकी चैनल सी एन एन ने कहा, “दो वर्ल्ड लीडर्स के बीच हुई बातचीत को बेहद सावधानी से सार्वजनिक किया जाता है, ताकि किसी तरह का नुकसान नहीं हो।”
- ” पाक मीडिया ने जिस तरह से ट्रम्प का नाम लेते हुए बातचीत का ब्योरा जारी किया, वह डिप्लोमैटिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन है।”
- सी एन एन के पॉलिटिकल एनालिस्ट डेविड गेरन ने कहा, “जिस तरह ट्रम्प शरीफ की तारीफ करते दिखे, वैसा कोई प्रेसिडेंट नहीं करता है।”
- “जो बातें पाक मीडिया ने लिखी हैं, कोई प्रेसिडेंट खुद ही वैसा करने की पेशकश नहीं करता है।”
- बता दें कि डेरन चार अमेरिकी प्रेसिडेंट के एडवाइजर के रूप में काम कर चुके हैं। भारत ने कहा- पाक की सबसे बड़ी समस्या आतंकवाद-
भारतीय विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन विकास स्वरूप ने कहा, “हमने ट्रम्प-नवाज के बीच बातचीत की रिपोर्ट्स देखी हैं। ये एकतरफा हैं। ये दावा किया जा रहा है कि ट्रम्प ने पाकिस्तान की सभी बड़ी समस्याओं को दूर करने का वादा किया है।”
- बातचीत के दावे और नवाज की तारीफ को ध्यान ना देते हुए विकास स्वरूप ने कहा कि हमने अभी केवल बातचीत का एक पहलू देखा है।
- उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की सबसे बड़ी समस्या टेररिज्म है और इसे ध्यान में रखते हुए हम पाक और अमेरिका के बीच बातचीत का स्वागत करते हैं, ताकि ये प्रॉब्लम खत्म हो।”
स्तोत्र : दैनिक भास्कर