बांग्लादेश तथा पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुआेंपर हो रहे अत्याचारों के विषयमें क्या संयुक्त राष्ट्र ने कभी ध्यान दिया है ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
बैंकॉक – संयुक्त राष्ट्र के पूर्व प्रमुख कोफी अन्नान ने म्यांमार के राखीन प्रांत में सेना द्वारा अल्पसंख्यक मुसलमान समुदाय पर हिंसा और बर्बरता किए जाने के आरोपों की जांच का काम शुरू कर दिया है। म्यांमार की सेना पर यहां बड़ी संख्या में मुसलमान समुदाय के लोगों पर हिंसा करने पर आरोप है। राखीन में रोहिंग्या समुदाय के मुसलमान रहते हैं। समाचारों के अनुसार, सेना द्वारा की गई हिंसा के कारण यहां कई गांव बर्बाद हो गए हैं और कई लोग मारे गए हैं। जानकारी के मुताबिक, सेना की कार्रवाई के कारण यहां रहने वाले रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश की ओर पलायन कर रहे हैं।
म्यांमार की नेता आंग सान सू ची ने अन्नान से इस मामले में सहायता मांगी थी। म्यांमार में लंबे समय से रोहिंग्या और बौद्ध धर्म के लोगों के बीच धार्मिक विवाद की स्थिति बनी हुई है। बौद्ध जहां बहुतायत में हैं, वहीं रोहिंग्या मुसलमान अल्पसंख्यक हैं। दोनों समुदायों के बीच लंबे समय से हिंसा और तनाव की स्थिति बनी हुई है। २०१२ में भी यहां बड़े स्तर पर सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इसके कारण सैकड़ों लोग मारे गए थे और करीब १,४०,००० लोग बेघर हो गए थे।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स