कार्तिक कृ. ५, कलियुग वर्ष ५११४
गोवामें स्थित कांदोलीमें अश्लील साहित्यनिर्मिति करनेवाले ‘प्लेबॉय’ उद्योगके प्रथम क्लबको हिंदू जनजागृतिद्वारा विरोध
पणजी (गोवा) : ‘इंडियन फर्म प्लेबॉय लाइफस्टाईल लिमिटेड’ उद्योगद्वारा भारतमें प्रथम ‘प्लेबॉय क्लब’ आरंभ करनेकी योजना बनाई गई है । आनेवाले दिसंबर २०१२ में गोवाके कांदोली किनारेपर यह क्लब आरंभ किया जाएगा । अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर अत्यधिक अश्लील एवं विकृत साहित्यनिर्मिति करनेवाले ‘प्लेबॉय’ नियतकालिकपर भारत सरकारद्वारा प्रतिबंध लगाया गया है । इस आधारपर यह क्लब गोवामें आरंभ करनेके लिए हिंदू जनजागृति समितिद्वारा विरोध दर्शाया गया है ।
विस्तारपूर्वक समाचार है कि अमेरिकाके लॉस एंजल्स नगरसे ‘प्लेबॉय’ नामक एक मासिक पत्रिका प्रकाशित की जाती है । वर्ष १९५३ में ह्यू हेफनर नामक व्यक्तिद्वारा यह मासिक पत्रिका आरंभ की गई थी । विशेषरूपसे वयोवृद्ध पुरुषोंके लिए प्रकाशित इस पत्रिकामें स्त्रियोंके नग्न एवं विकृत छायाचित्र प्रकाशित किए जाते हैं । इस नियतकालिकमें अत्यंत अश्लील लेख प्रकाशित किया जाता है । उसका साहित्य समाजके लिए अत्यंत घातक है, इसलिए भारत सरकारद्वारा इस मासिकपर प्रतिबंध लगाया गया है । फिर भी ‘इंडियन फर्म प्लेबॉय लाइफस्टाईल’ उद्योगद्वारा भारतमें प्रथम क्लब आरंभ करनेका निर्णय लिया गया है । पराग सांघवी एवं जितेंद्र जैन इस उद्योगके प्रमुख मालिक हैं । उन्होंने क्लबके लिए उत्तर गोवामें स्थित कांदोली किनारेका चयन किया है ।
भारतमें इस उद्योगके प्रमुख संजय गुप्ताद्वारा एएप्âपी समाचार संस्थाको जानकारी दी गई है कि कांदोली किनारेपर पूरे २२ सहस्र वर्गमीटर क्षेत्रफलकी भूमिमें इस क्लबका निर्माण कार्य किया जाएगा । यह ‘प्लेबॉय लाइफस्टाईल’ उद्योगद्वारा समुद्री किनारेपर निर्माण किया जानेवाला विश्वका प्रथम क्लब होगा । इस उद्योगद्वारा भारतमें आनेवाले तीन वर्षोंमें आठ एवं १० वर्षोंकी कालावधिमें १२० क्लब, तथा अनेक स्थानोंपर बार तथा कैफे सेंटर स्थापित करनेकी योजना बनाई गई है । प्लेबॉय उद्योगद्वारा पूरे विश्वमें स्वैराचारको प्रोत्साहन देनेका ‘उद्योग’ चल रहा है । इस पार्श्वभूमिकापर भारतमें होनेवाले उसके आगमनको अभीसे विरोध किया जा रहा है । इस विरोधको दबानेके लिए उद्योगके प्रमुख अधिकारी गुप्ताने कहा है कि हम वस्त्र एवं कार्यक्रमका आयोजन भारतीय संस्कृतिके अनुरूप करेंगे । महिलाओंको नग्न नहीं दर्शाएंगे ।
गोवाके पर्यटन संचालक निखिल देसाईने कहा कि अबतक इस क्लबको अनुज्ञप्ति नहीं दी गई है । यह केवल चर्चा-विमर्शके स्तरका विषय है । यदि क्लबमें मनोरंजनके नामपर नग्नता एवं अश्लीलता फैलानेका प्रयास किया गया, तो क्लब बंद किया जाएगा । ( यह क्लब भारतमें प्रतिबंधित होते हुए भी सरकारको और किसलिए पूछताछ करनी है ? क्लबका नाम भी ‘प्लेबॉय’ अश्लील है । अनुज्ञप्ति अस्वीकार करनेके लिए इतना ही पर्याप्त है । – संपादक )
मासिकके लिए नग्न छायाचित्र निकालनेकी अनुमति देनेवाली ‘बॉलीवुड’ अभिनेत्री शर्लीन चोप्राका विरोध ! – डॉ. मनोज सोलंकी, समन्वयक, हिंदू जनजागृति समिति
पणजी (गोवा) – गोवा परशुरामकी भूमि है, जो मंदिर एवं उच्च सांस्कृतिक परंपराके लिए विख्यात है । आधुनिक समयमें मद्य, महिला, एवं नशीले पदार्थ एवं कैसिनोके कारण गोवाका नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर कलंकित किया गया है । उसीप्रकार खनिज घोटालेके कारण वर्तमानमें गोवाका नाम प्रकाशित हुआ है ।
आनेवाले दिसंबर महिनेमें ‘प्लेबॉय’के अधिकारमें रहनेवाले ‘पीबी लाईफस्टाईल’ भारतीय प्रतिष्ठानद्वारा गोवामें ‘क्लब’ खोला जा रहा है । इससे गोवाकी प्रतिमा और भी कलंकित हो रही है । यह गोवाके सुशिक्षित नागरिकोंके नैतिक मूल्योंके संबंधमें प्रश्न उपस्थित करनेवाली घटना है । ऐसा ‘क्लब’ गोवामें आरंभ किया गया, तो अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर गोवाका नाम और भी कलंकित होगा । विवस्त्रताको गोवामें स्थान नहीं है । हिंदू जनजागृति समिति ऐसा ‘क्लब’ गोवामें आरंभ करनेको विरोध कर उसपर प्रतिबंध लगानेकी मांग कर रही है ।
उसीप्रकार ‘प्लेबॉय’ पत्रिकाके लिए अपने विवस्त्र छायाचित्र खींचनेकी अनुमति देनेवाली प्रथम भारतीय महिला तथा ‘बॉलीवुड’ अभिनेत्री शर्लीन चोप्राका हिंदू जनजागृति समिति निषेध करती है । हिंदू धर्मके अनुसार महिलाका सच्चा धन उसका शील ही होता है । विवस्त्र अवस्थामें महिलाका छायाचित्र उसका शील भंग करनेवाली घटना है । अभिनेत्री चोप्राद्वारा यह कृत्य युवा वर्गपर अयोग्य संस्कार एवं सुसंस्कृत समाजकी नींवका नाश करनेवाला है । हिंदू जनजागृति समिति गोवाके सभी नागरिकोंको विशेषरूपसे महिला संगठनोंको ‘प्लेबॉय क्लब’के गोवा प्रवेशके विरोधके लिए संगठित होकर गोवा एवं गोवानिवासियोंकी प्रतिष्ठा संजोने हेतु प्रयास करनेका आवाहन करती है ।
गडबडी मची तो `प्लेबॉय क्लब’ की अनुज्ञप्ति अस्वीकार करेंगे । – मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर
गोवाके मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकरने कहा कि मुझे इस प्रकरणकी ठीकसे जानकारी नहीं है, इसलिए निश्चित जानकारी लेनी होगी । क्äलबका नाम `प्लेबॉय’ है, इसलिए कोई भी निष्कर्षपर पहुंचना उचित नहीं है । क्लबको गोवामें अनुज्ञप्ति दनेसे पूर्व पूछताछ की जाएगी । यदि कुछ गडबडी दिखाई दी, तो अनुज्ञप्ति अस्वीकार कर दी जाएगी ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात