आश्विन शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
वाशिंगटन- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पांच दिवसीय अमेरिका दौरा बुधवार को खत्म हो गया और वह भारत के लिए रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ व्हाइट हाउस में शिखर वार्ता की जिसमें आतंकवाद पर साझा कार्रवाई, निवेश, व्यापार, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), भारत में स्मार्ट सिटीज बनाने में अमेरिकी सहयोग और रक्षा समझौते पर करीब दो घंटे तक बात हुई। अमेरिका ने जहां भारत में मोस्ट वांटेड आतंकवादी और मुंबई बम धमाकों के जिम्मेदार दाऊद इब्राहिम के खिलाफ कार्रवाई में मदद देने की बात कही है, वहीं भारत ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ किसी सैन्य कार्रवाई में शामिल होने से इनकार कर दिया। मोदी और ओबामा ने इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी अखबार ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के लिए संयुक्त संपादकीय लिखा था।
दाऊद कंपनी और आतंक के खिलाफ कार्रवाई
मोदी और ओबामा के बीच बातचीत में आतंकवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठा। दोनों देश पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल कायदा, हक्कानी नेटवर्क और दाऊद इब्राहिम कंपनी के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई पर सहमत हुए। कार्रवाई में इन संगठनों को मिलने वाली वित्तीय और रणनीतिक मदद को निशाना बनाना शामिल है।
ISIS के खिलाफ लड़ाई में शामिल नहीं होगा भारत
सीरिया और इराक में जबर्दस्त तबाही मचा रहे आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी और अन्य पश्चिमी देशों की सैन्य कार्रवाई में भारत शामिल नहीं होगा। मोदी और ओबामा की मुलाकात के बाद विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी विक्रम दुरईस्वामी ने इस बात की जानकारी दी।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर