विश्व में हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन न होने का यह परिणाम !
नेवाडा (अमेरिका) : लॉस एंजेलिस के ला लुझ द जिजस कलादालन में आयोजित किए गए प्लास्टिक रिलिजन प्रदर्शनी में मारियानेला पेरेली एवं पूल पावलोनी इन अर्जेंटिना के कलाकारोंद्वारा हिन्दुओं के आराध्यदेवता भगवान श्रीकृष्णजी को केन नाम से प्रचलित एक ‘गुड्डे’ के रूप में प्रदर्शित किया है ! वहां के हिन्दुओंद्वारा इसका तीव्र निषेध किया गया है !
अमेरिका स्थित हिन्दुओं के धार्मिक नेता श्री. राजन जेद ने भगवान श्रीकृष्णजी के रूप में प्रस्तुत किए गए इस गुड्डे को प्रदर्शनी से तुरंत हटाने की मांग की है। (विदेश में स्थित हिन्दुओं के धार्मिक नेता देवताओं के अनादर का न्यूनतम निषेध तो करते हैं; परंतु भारत में स्वयं को हिन्दुओं के नेता कहलानेवाले तथा उनके संगठन इस विषय में निष्क्रिय ही होते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
उत्तर अमेरिका स्थित मैट्टल नामक विख्यात आस्थापन का केन यह व्यापारचिह्न है। वर्ष १९८६ में स्थापन किया गया ला लुज द जिजस कलादालन लॉस एंजलिस का सब से महत्त्वपूर्ण कलादालन के रूप में विख्यात है। बिलीशायर एवं मैट कानडी इस कलादालन के स्वामी तथा संचालक है। वर्ष १९६१ में मैट्टल आस्थापनद्वारा बार्बी गुडिया के काल्पनिक प्रेमी के रूप में केन नामक यह गुड्डे को बाजार में उतारा है, ऐसा कहा जाता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात