कार्तिक कृ 7, कलियुग वर्ष 5114
स्वामी विवेकानंदका अनादर प्रकरण !
मुंबई – हिंदू जनजागृति समितिद्वारा प्रकाशित एक पत्रकमें कहा गया है कि एक हिंदुत्ववादी संगठनके नेतृत्वमें सिद्ध एवंभाजपासमान विशाल हिंदुत्वनिष्ठ पक्षके अध्यक्षपदपर रहनेवाले नितिन गडकरीद्वारा भोपालके सार्वजनिक कार्यक्रममें ऐसा वक्तव्य किया गया कि कुख्यात गुंड दाऊद इब्राहिम एवं स्वामी विवेकानंदकी बौद्धिक क्षमता समान है । ऐसा वक्तव्य कर गडकरीने अपने बौद्धिक दिवालियेपनका ही परिचय दिया है । समितिने इस पत्रकद्वारा गडकरीके उपरोक्त वक्तव्यकी सार्वजनिक रूपसे निंदा की है एवं कहा है कि विश्वके समक्ष आदर्श निर्माण करनेवाले स्वामी विवेकानंदका जन्मशताब्दी वर्ष चल रहा है । ऐसे समयपर एक कुख्यात गुंडसे उनकी तुलना करनेके कारण गडकरीका नाम भी इतिहासमें काले अक्षरसे लिखा जाएगा । स्वयंको प्राप्त पद तथा प्रतिष्ठाका उपयोग हिंदू संतोंका सम्मान करने हेतु करनेके स्थानपर उनका अनादर करना, यह गडकरीसे पहली बार ही नहीं हुआ है, अपितु इससे
पूर्व भी उन्होंने ‘मैं मंदिर नहीं जाता हूं’, ऐसा विधान कर सूचित किया कि वे देवी-देवताओंसे कैसे श्रेष्ठ हैं । भारतकी जनताद्वारा गडकरीको उनका स्थान निश्चित ही बता दिया जाएगा ।’
पूर्व भी उन्होंने ‘मैं मंदिर नहीं जाता हूं’, ऐसा विधान कर सूचित किया कि वे देवी-देवताओंसे कैसे श्रेष्ठ हैं । भारतकी जनताद्वारा गडकरीको उनका स्थान निश्चित ही बता दिया जाएगा ।’
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात