अवैध कृत्यों के विरुद्ध संगठित होकर आवाज उठानेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों का अभिनंदन !
पिंपरी-चिंचवड : मस्जिदोंपर स्थित भोंपूआें के संदर्भ में उच्च न्यायालय द्वारा कई बार आदेश दिए जानेपर भी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा उसका पालन नहीं किया जाता । तुष्टिकरण की राजनीति के कारण अवैध मंदिरों को गिराने हेतु उतावला प्रशासन अवैध भोंपूआें की आेर अनदेखा करता है । उसके कारण ही अवैध भोंपूआें की समस्यापर आवाज उठाने हेतु हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एकत्रित हुए हैं । अतः हम पिंपरी-चिंचवड शहर को भोंपूमुक्त कर के रहेंगे । एेसा निश्चय यहां के हिन्दुत्वनिष्ठों ने किया है ।
१. ७ दिसंबर को पिंपरीगांव के श्री हनुमानजी के मंदिर में हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्तों की बैठक संपन्न हुई । इस बैठक में अखिल पिंपरी-चिंचवड शिवजयंती महोत्सव के अध्यक्ष श्री. कुणाल साठे, शिववंदना समूह के श्री. तुषार पाटिल, श्री. अतुल कदम, देहू मार्ग के श्री. विवेक गाडगीळ, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले एवं अन्य धर्माभिमानी उपस्थित थे । इस बैठक में मस्जिदोंपर स्थित अवैध भोंपूआें को हटाने हेतु आंदोलन चलाने के विषय में, निवेदन देने के विषय में, साथ ही बैठकों के माध्यम से जागृति करने के विषय में सुनिश्चित किया गया ।
२. पिंपरी के बैठक से प्रेरणा लेकर हिन्दुत्वनिष्ठों ने ९ दिसंबर को स्वयंस्फूर्ति से काळेवाडी में बैठक का आयोजन किया । इस बैठक में ३० से भी अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
३. इस अभियान के अंतर्गत १० दिसंबर को वाकड पुुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक श्रीधर जाधव को निवेदन सौंपा गया । तब श्रीधर जाधव ने अवैध भोंपूआें के विरोध में किसी के भी दबाव के सामने न झुककर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया, साथ ही हिन्दुत्वनिष्ठों को कानून का उल्लंघन न करने का समादेश भी दिया । इस समय विविध संगठनों के ३५ से भी अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे । (वास्तविक रूप से नागरिकों को इस विषय को उठाने की आवश्यकता भी नहीं पडनी चाहिए थी; परंतु पुलिस एवं प्रशासन की दोहरी नीति के कारण अब नागरिकों को ही क्रियाशील होना पड रहा है । ऐसे समय में पुलिस द्वारा केवल आश्वासन न देते हुए शीघ्रता के साथ कार्यवाही की जाना अपेक्षित है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२ मिनटतक भोंपू सुनिए ! – पुलिस अधिकारी द्वारा विचित्र उपदेश
पिंपरी की बैठक में एक हिन्दुत्वनिष्ठ ने उनको प्राप्त अनुभव का कथन करते हुए कहा कि, मैं एक बार मस्जिदोंपर स्थित भोंपुआें के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट करने पुलिस के पास गया था । तब वहां के पुलिसकर्मियों ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुझे कहा कि, आपको २ मिनट के लिए भोंपू सुनने में क्या होता है ? (उच्च न्यायालय के आदेशानुसार अवैध भोंपूआेंपर कार्यवाही करने की अपेक्षा इस प्रकार का उपदेश करनेवाली पुुलिस जनता को कानून का क्या राज्य देगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
अवैध भोंपुआें के विरुद्ध आंबेगाव के हिन्दुत्वनिष्ठ हुए इकट्ठा !
पेठ (मंचर) में भी अवैध भोंपूआें के विरुद्ध मंचर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक सुनील गोडसे को निवेदन सौंपा गया । तब श्री. गोडसे द्वारा कानून के अनुसार उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया । इस निवेदनपर पेठ गांव के धर्माभिमानी नागरिक, साथ ही आंबेगाव तहसील में व्याप्त विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा राजनीतिक दलों के पदाधिकारीसहित ७० लोगों ने अपने हस्ताक्षर किए । बजरंग दल के सातगाव पठार के (पेठ) अध्यक्ष सर्वश्री उमेश कंधारे, बजरंग दल के संदेश काळे, अक्षय भालेराव तथा जितेंद्र कांबळे ने प्रधानता लेकर निवेदन सौंपने का नियोजन किया । निवेदन सौंपते समय बजरंग दल के आंबेगाव तहसील अध्यक्ष सर्वश्री सुहासभाऊ बाणखेले, भाजपा आंबेगाव तहसील अध्यक्ष विनायक धुमाळ, वारकी संप्रदाय के बाबाजी चक्कर, हिन्दू राष्ट्र सेना के अतुल काळे, बजरंग दल के नीलेश काळे, सूरज जाधव, स्वप्नील ढमाले, जयवंत खंडागळे, अक्षय कंधारे, सौरभ कवडे, ऋषीकेश काळे, हिन्दू जनजागृति समिति के रमेश तोत्रे, अक्षय तोत्रे, संतोष नवले, विठ्ठल वायकर, गणेश नवले एवं दिलीप शेटे उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात