इस्तांबुल : तुर्की में रूस के राजदूत आंद्रे कारलोव की सोमवार रात को अंकारा में एक बंदूकधारी ने गोली मारकर हत्या कर दी। ये हादसा उस वक्त हुआ जब वो जब देश की राजधानी अंकारा में एक कला प्रदर्शनी देखने गए थे, तभी उन पर यह आक्रमण किया गया। आरटी न्यूज के अनुसार आक्रमणवर मेवलट मर्ट अटलिंटास स्पेशल फोर्स का एक सदस्य था। रुस के विदेश मंत्री सर्गी लावरोव ने कहा कि, कारलोव हत्याकांड की जांच रूसी जांचकर्ता करेंगे, जो तुर्की के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि, मास्को और अंकारा संयुक्त तौर इस मामले में नजर बनाए हुए हैं। लावरोव ने ये भी कहा कि, इस हत्याकांड के जरिए रूस और तुर्की की बातचीत को पटरी से उतारने का प्रयास किया जा रहा है।
रूसी विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले गोली लगने से वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, परंतु डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। विशेष कमांडो ने फौरन आक्रमणवर को भी मार गिराया।
समाचार एजेंसी एफपी के अनुसार रूसी एजेंसी ने आक्रमणवर की पहचान कर ली है, आक्रमणवर तुर्की पुलिसकर्मी बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कारलोव भाषण दे रहे थे जब एक बंदूकधारी ने सीरिया के अलेप्पो शहर के बारे में नारे लगाते हुए गोलियां चलाना शुरू कर दिया।
आक्रमणवर ने कहा अलेप्पो मत भूलो
आक्रमणवर गोली चलाते हुए ‘अलेप्पो’ और ‘बदला’ जैसे शब्द बोल रहा था। मौके पर मौजूद अखबार डेली हुर्रियत के संवाददाता हासिम क्लिक ने एएफपी से कहा, ‘राजदूत कारलोव जब भाषण दे रहे थे, तभी सूट पहने एक काफी लंबा व्यक्ति आया। पहले उसने हवा में गोली चलाई बाद में राजदूत को निशाना बनाकर गोलीकाण्ड करने लगा। वह ‘अलेप्पो’ और ‘रिवेंज’ जैसे शब्द कह रहा था।
‘कभी न भूलने वाली घटना’
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे कभी न भूलने वाली घटना करार दिया था। तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एरदोगन के घटना पर अफसोस जताने और समय बीतने के साथ उन्होंने अपने सुर नरम कर लिए थे। परंतु अब तुर्की में रूसी राजदूत की हत्या से दोनों देशों के बीच तनाव फिर बढ़ सकता है।
स्तोत्र : जागरण