नई दिल्ली : विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के आतंकी कनेक्शन की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने उसके सभी रिश्तेदारों व साथियों से पूछताछ की है। इसके साथ ही उसके इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन में होने वाले पैसे की लेन-देन की भी जांच की जा रही है।
इनसे हुई पूछताछ
नाइक की बहन नैलाह नौशाद नूरानी, बहनोई नौशाद नूरानी, इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन में २१ साल तक सहयोगी रहे, मंजूर शेख समेत उसके सभी दोस्त व सहयोगियों से एनआइए ने पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार, इस पूछताछ में नाइक का पर्सनल असिस्टेंट असलम, उनके ऑफिस का अकाउंटेंट इस्माइल पटनी और दोस्त व सहयोगी अमित गजदर भी शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि नैलाह जो नाइक से जुड़ी पांच निजी कंपनियों— हार्मोनी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, लांगलास्ट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, राइट प्रॉपर्टी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मैजेस्टिक परफ्यूम्स व अल्फा ल्यूब्रिकैंट्स प्राइवेट लिमिटेड की एडीशनल डायरेक्टर हैं, उससे फर्म की फंडिंग के बारे में पूछा गया था।
अन्य कंपनियां भी शामिल
पिछले माह मामले के दर्ज होने के बाद से सैंकड़ों कागजात पाए गए हैं, जो यह साबित करते हैं कि इन कंपनियों का लिंक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से रहा है। ऑफिसर ने बताया, हम फाउंडेशन व इससे जुड़े संस्थानों में नियमित तौर पर विदेशी व देशी चंदे के लेन-देन का ब्यौरा देख रहे हैं। नाइक के भारत में कनेक्शन, फाउंडेशन के फंडिंग का ब्यौरा और नाइक के विवादित भाषण के बारे में मंजूर शेख से पूछताछ की गयी।
आतंकियों को फंडिंग
एक बार राजस्थान के टोंक के इस्लामिक स्टेट संचालक अबू अनस को इस्लामिक फाउंडेशन की ओर से १.५ लाख की रकम दी गयी थी। अधिकारियों का मानना है कि ऐसा कई बार हुआ होगा, जब आतंकियों को फंड दिए गए होंगे। नाइक के पीस टीवी व वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया है, साथ ही उसके सभी बैंक अकाउंट पर रोक लगा दी गयी है और आर्गेनाइजेशन से संबंधित सभी संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है।
दिखाता है जिहाद की राह
इस्लामिक उपदेशक, जो हमेशा अल कायदा व अन्य आतंकी गतिविधियों के पक्ष में बोलता है और युवाओं को जिहाद की राह पर चलने को उकसाता है। ढाका कैफे में आतंकी हमले में शामिल एक आतंकी ने १ जुलाई को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि वह नाइक के भाषण से प्रेरित हुआ था। ढाका आतंकी हमले में २२ लोग मारे गए थे। इसी के बाद नाइक जांच के घेरे में आ गया।
भारत से अनेकों भारतीय मुजाहिद्दिन और आइएस में शामिल होने वाले युवकों का कहना है कि इस्लामिक उपदेशक के उग्र भाषण से प्रेरित हैं।
संदर्भ : जागरण