Menu Close

श्रीशिवप्रतिष्ठान के धारक‍रियों ने क्रिसमस के नाम पर होनेवाले धर्मप्रसार को रोका !

श्रीशिवप्रतिष्ठान के धारक‍रियों द्वारा अभिनंदनीय कृत्य !

सांगली – यहां के राममंदिर चौक में २२ दिसंबर की रात्रि ७.३० बजे कुछ ईसाई क्रिसमस के नाम पर बायबल का वितरण करना, पदपथ पर ही येशु का महत्त्व बताना तथा अन्य प्रकार के कृत्यों द्वारा ईसाई धर्म का प्रसार कर रहे थे । श्रीशिवप्रतिष्ठान के धारकरी श्री. नितीन चौगुले एवं उनके धारकरियों को यह बात पता चली । उन्होंने वहां जाकर उन सभी को फटकारा एवं अनुमति पत्र की जांच की तो उनके पास केवल धार्मिक कार्यक्रम करने की अनुमति थी; तब भी वे मार्ग पर ध्वनिक्षेपक लगा कर धर्मप्रसार कर रहे थे । इसलिए संतप्त धारक‍रियों ने इन सभी को कार्यक्रम बंद करने पर विवश किया ।

१. ईसाई आने-जानेवाले लोगों को निशुल्क बाइबल का वितरण कर रहे थे । इस से एक प्रकार से हिन्दुओं को यह बताने का प्रयास चल रहा था कि ईसाई धर्म कैसा अच्छा है ।

२. कुछ लोग सांताक्लॉज का वेश कर प्रबोधन के नाम पर पत्रकों का वितरण कर रहे थे ।

३. इस अवसर पर सर्वश्री नितीन काळे, हनमंतराव पवार, भूतपूर्व विधायक श्री. नितीन शिंदे तथा अन्य धारकरी भारी संख्या में उपाqस्थत थे । आरंभ में ईसाई सुनने के लिए सिद्ध नहीं थे । पश्चात धारक‍रियों के आक्रमक भूमिका के कारण उन्हें अपना बिस्तर गुंडेलना पडा ।

४. तनाव बढने से पुलिस भी घटनास्थल पर आइ । इस अवसर पर नागरिकों ने कहा कि महापालिका क्षेत्र में कुछ स्थान पर ऐसी घटनाएं हो रही हैं ।

५. ‘हम विश्व में प्रेम देने हेतु आए हैं । हम केवल येशु का महत्त्व बता रहे हैं । हमें अकारण विरोध किया जा रहा है । यद्यपि आपने हमें मारा, तब भी हम आप को प्रेम ही देंगे । इस प्रकार की बतावनी उन में से एक महिला कर रही थी । (केवल भारत में नहीं, अपितु विश्व में अनेक स्थान पर ईसाईयों ने किस प्रकार से लोगों के साथ धोखाधडी कर, लालच दर्शा कर तथा गोवा में बलजोरी कर धर्मपरिवर्तन किया, उसके सहस्रो उदाहरण देखने मिलते हैं । व्यक्तिस्वतंत्रता का अर्थ लोगों को भ्रमित कर धर्मपरिवर्तन करना ऐसा नहीं है । इसलिए इस प्रकार कानून एवं सुरक्षा का प्रश्‍न उपस्थित करनेवाले लोगों पर पुलिस प्रशासन को स्वयं आगे आकर कार्यवाही करना अपेक्षित है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *