पुणे : शहर के वाघोली क्षेत्र के केसंनंद गांव में २८ से ३१ दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा इलेक्ट्रानिक डांस म्यूजिक इवेंट ‘सनबर्न’ के आयोजकों से जिलाधिकारी सौरभ राव ने १२ प्रकार की एनओसीज की मांग की है। एनओसीज न मिलने पर फेस्टिवल को रद्द किया जा सकता है।
पुणे में भी हो रहा है फेस्टिवल का विरोध….
पुणे के वाघोली में १० वां सनबर्न इवेंट का आयोजन पहली बार हो रहा है। इससे पहले यह इवेंट गोवा में होता था। फेस्टिवल से एक दिन पहले कलेक्टर सौरभ राव ने आयोजकों को नोटीस जारी कर १२ प्रकार की एनओसीज पेश करने के लिए कहा है। आयोजकोॆ ने इस फेस्टिवल के लिए मनोरंजन कर (Tax) के तौर पर २७ लाख रुपए जिलाधिकारी कार्यालय में जमा किए थे परंतु टिकट कितने बेचे हैं इसका खुलासा नहीं किया है। वहीं केसनंद गांव की पंचायत की एनओसी इस फेस्टिवल के लिए ली गई थी या नहीं इस बारे में भी खुलासा करने के लिए कहा गया है।
विवादों में घिरा है सनबर्न फेस्टिवल
इस इवेंट में नशीले पदार्थ परोसे जाने को लेकर गोवा के लोगों ने इसका विरोध किया था इसके बाद इवेंट पुणे शिफ्ट किया गया। परंतु यहां पर सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति इस फेस्टिवल का विरोध कर रहे है। समित का कहना है कि, पुणे जैसे कल्चरर सिटी में इस तरह के इवेंट का आयोजन ठीक नहीं है। वहीं पुणे के अभिभावक मंत्री गिरीष बापट ने कहा है कि, यह फेस्टिवल हमारी संस्कृति को ठेस पहुंचाता है, तो इसे कदापि अनुमति नहीं देंगे।
स्त्रोत : भास्कर