इस्लामाबाद : पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार ने शुक्रवार को माना कि, उनके देश की सीमा के अंदर अमेरिकी ड्रोन आक्रमण में मारे गए अफगान तालिबान के मुल्ला मंसूर को २००५ में पाकिस्तानी नागरिक पहचान पत्र जारी किया गया था।
हालांकि खान ने विदेशियों को खुलेआम पहचान पत्र और पासपोर्ट जारी करने के लिए पिछली सरकार को दोषी ठहराया। मंत्री ने कहा कि, वर्तमान सरकार ने फर्जी कंप्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र एवं पासपोर्ट के मुद्दे पर पर्याप्त ध्यान दिया है और अब देश में यह न केवल मुश्किल है अपितु अंसभव है। जियो न्यूज ने खान के हवाले से कहा कि, मंसूर को साल २००५ में पाकिस्तानी संगणकीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र जारी किया गया था।
अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान में अहमद वाल क्षेत्र के समीप २१ मई को मंसूर और एक अन्य लड़ाके एक वाहन से जा रहे थे तब अमेरिकी विशेष अभियान बल के मानवरहित विमान ने उन्हें निशाना बनाया था। मंसूर ने जुलाई, २०१५ में तालिबान का नेतृत्व संभाला था।
स्तोत्र : नवभारत टाइम्स