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बांग्लादेश मायनोरिटी वॉच के अध्यक्ष अधिवक्ता रवींद्र घोष के नए घर पर धर्मांधों का आक्रमण

एक हिन्दू अल्पसंख्यक देश में हिन्दुआें के न्याय्य अधिकार के लिए लडनेवाले किसी संगठन के अध्यक्ष अधिवक्ता के घर पर वहां के बहुसंख्यक मुसलमान लोग धावा बोल रहे है, वहां के सामानों की लूट कर रहे है, वहां काम करनेवाले हिन्दुआें पर आक्रमण कर रहे है । इतनी बडी मात्रा में किसी हिन्दू का दमन किया गया परंतु म्यांनमार के रोहिंग्याआें के लिए दिन भर राेनेवाली मिडीया को इस घटना की खबर तक नही । या इस सेक्युलर मिडीया को यह घटना महत्त्वपूर्ण नही लगी । हिन्दुआें एेसी मिडिया का बहिष्कार करें ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति

भारत के हिन्दुओं की रक्षा करने में असमर्थ सरकार बांग्लादेश के हिन्दूत्वनिष्ठों की रक्षा क्या करेगी ? यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं के लिए कार्यरत हिन्दूत्वनिष्ठ असुरक्षित है, तो क्या उस समय उनकी सुरक्षा हेतु भारत सरकार वहां की सरकार पर दबाव डालेगी ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात

ढाका : बांग्लादेश के हिन्दुओं के न्याय्य अधिकार के लिए लडनेवाले ‘बांग्लादेश मायनोरिटी वॉच’ के अध्यक्ष अधिवक्ता रवींद्र घोष के घर पर २५ मार्च को रात्रि लगभग १२.१५ बजे लगभग १०० धर्मांधों ने आक्रमण किया । अधिवक्ता घोष के नए घर का निर्माणकार्य आरंभ था । उस समय धर्मांधों ने वहां के सामानों की तोडफोड की । साथ ही वहां स्थापना करने हेतु रखी गई भगवान शिव की प्रतिमा की भी तोडफोड की । वहां काम करनेवाले कामगारों की पिटाई की । शहर के कालुनगर क्षेत्र में यह घटना घटी ।

भूमी बलपूर्वक अधिकार में लेने हेतु यह आक्रमण

वर्ष २०१० में अधिवक्ता रवींद्र घोष तथा उनकी पत्नी श्रीमती कृष्णा घोष ने घर का निर्माणकार्य करने हेतु यह भूमि खरीद ली थी । हाल ही में अधिवक्ता घोष ने इस घर कk निमाणकार्य आरंभ किया था । इस भूमि पर कुछ धर्मांधों की नजर थी । कुछ धर्मांधों ने अधिवक्ता घोष को यह धमकी दी थी कि, ‘जिझिया करपूर्ति करें ।’ किंतु अधिवक्ता घोष ने इन धमकियों की ओर अनदेखा किया था, इसलिए ही धर्मांधों के गुट ने यह आक्रमण किया । उस समय धर्मांधों ने वहां के हिन्दू कामगारों को एक कक्ष में बलपूर्वक रखा । तत्पश्चात् निर्माणकार्य हेतु लाया गया सिमेंट तथा अन्य साहित्य लूट लिया । उस समय धर्मांधों ने कामगारों के पास होनेवाले सात भ्रमणभाष संच लूटें । प्राथमिक अनुमान के अनुसार इस आक्रमण के कारण कुल मिलाकर ६ लक्ष ५० सहस्त्र टकों की (५ लक्ष १० सहस्र ४०० रुपएं की ) हानी हुई । इस संदर्भ में श्रीमती कृष्णा घोष ने पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया है । यह आक्रमण हुआ, उस समय अधिवक्ता घोष घटनास्थल पर उपस्थित नहीं थे ।

अपराधियों पर कार्यवाही करने का गृहमंत्री का आश्वासन

बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुझ्झमान खान कमाल ने अधिवक्ता घोष के साथ दूरभाष पर चर्चा की तथा संबंधितों पर कार्रवाही करने का आश्वासन किया । बांग्लादेश मायनोरिटी वॉच ने यह मांग की है कि, ‘इस संदर्भ के संबंधितों को त्वरित बंदी बनाकर उन पर कार्रवाही करें तथा इन धर्मांधों द्वारा की गई हानि पूर्ति प्राप्त करें ।’ इस घटना का बांग्लादेश के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी निषेध व्यक्त किया है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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