कुंभारवाडा (कर्नाटक) की धर्मजागृति सभा में हिन्दुओं का उत्स्फूर्त प्रतिसाद !
कुंभारवाडा (कर्नाटक) : वर्तमान की समाज विनाशक परिस्थिति को परिवर्तित करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है। भ्रष्टाचार सभी क्षेत्रों में चरमसीमा पर पहुंच गया है। सर्वत्र के हिन्दुओं ने संघटित होकर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित किए बिना भ्रष्टाचार तथा आतंकवाद आदि का सामना करना असंभव है !
‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु भगवान परशुराम, छत्रपति शिवाजी महाराज, चाणक्य, हरिहर बुक्कराय आदि वीर पुरुषों की ओर से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. वेंकटरामन नाईक ने यहां के क्षेत्रपाल देवस्थान सभामंडप में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित हिन्दू धर्मजागृति सभा में ऐसा प्रतिपादित किया। इस सभा को धर्माभिमानियोंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला। इस सभा में सनातन संस्था की कु. नागमणी आचार्य एवं रणरागिणी शाखा की श्रीमती विदुला हळदीपुर ने भी मार्गदर्शन किया। इस धर्मसभा में हिन्दू संगठनों के ३०० से अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे।
स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना अपरिहार्य ! – श्रीमती विदुला हळदीपुर
हिन्दुओं के लिए केवल कश्मीर में ही नहीं, अपितु देश के कुछ अन्य प्रदेशों में भी समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। वहां से हिन्दुओं को पलायन करना पड रहा है। इसलिए वे बेघर हो गए हैं। आज महिला एवं पुरुष दोनो को भी स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना अपरिहार्य है !
कु. नागमणी आचार्य ने कहा कि, ‘केवल और केवल धर्मशिक्षा से ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन हो सकते हैं !’
क्षणिकाएं
१. यहां से ३३ किलोमीटर अंतर पर स्थित कोडाथल्ली के एक धर्मप्रेमी सभा हेतु आए थे। सभा समाप्त होने पर पश्चात की सेवा में वे उत्स्फुर्तता से सम्मिलित हुए !
२. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सदस्य ने समिति से उनके गांव में भी ऐसी ही सभा आयोजित करने की विनती की।
३. सभा समाप्त होने तक कुंभारवाडा ग्रामपंचायत के सरपंच श्री. मंगेश कामत उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात