आश्विन शुक्ल पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
महाराष्ट्रमें विधानसभा चुनावमें विविध राजनीतिक पक्ष सम्मिलित हुए हैं । अत्यधिक लोगोंने हिन्दुत्चके लिए सनातन संस्थाके साधक एवं हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंके साथ निरंतर कार्य किया है, जिससे उनमें एक दूसरेसे समीपता हो गई है । इस समीपताके कारण वे चुनाव प्रचारमें सम्मिलित होनेके विषयमें सनातन संस्थाके साधक एवं हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंसे विविध प्रकारकी सहायता मांग रहे हैं ।
१. सनातन संस्था अध्यात्मप्रसार करनेवाली एवं हिन्दू जनजागृति समिति धर्मजागृतिका कार्य करनेवाली स्वयंसेवी संस्था है । इन पंजीकृत संस्थाओंको राजनीतिक उद्देश्यसे कोई भी कार्य करना असंभव है ।
२. सनातन संस्थाके साधक एवं हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ता ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करनेके उद्देश्यसे हिन्दू धर्मजागृति सभाओंका नियोजन, प्रदर्शन, व्याख्यान आदि कार्यक्रमोंमें व्यस्त हैं । यदि कार्यक्रम पूर्वनियोजित नहीं होते, तो कार्यकर्ताओंको निजी तौरपर प्रचारकार्यमें सम्मिलित होनेमें कोई अडचन नहीं थी; परंतु ये कार्यक्रम पूर्वनियोजित होनेके कारण अब उसमें परिवर्तन करनेमें समाजकी दृष्टिसे अडचन सिद्ध होगा । इन कारणोंसे चुनावमें खडे हिन्दुत्वनिष्ठ उम्मीदवारके राजनीतिक प्रचारमें संस्था अथवा समिति सम्मिलित नहीं हो सकती । ऐसी स्थितिमें भी हिन्दुनिष्ठ उम्मीदवार इस संदर्भमें निश्चिंत रहे कि सनातन संस्थाके साधक एवं हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ता हिन्दुत्वके लिए नियमित रूपसे कार्य करनेवाले उम्मीदवारके पीछे निश्चंत रूपसे खडे हैं ।
संस्था एवं समितिको अपने प्रचारके लिए विश्वासयोग्य समझनेवाले सभी उमेदवारोंके प्रति हम कृतज्ञ हैं ।
– सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात