कार्तिक शु. २, कलियुग वर्ष ५११४
हिंदू जनजागृति समितिद्वारा किए जानेवाले प्रबोधनका परिणाम !
पटाखे विक्रेताओंको निवेदन देते हुए समितिके कार्यकर्ते
नई मुंबई – पटाखोंपर देवी-देवता एवं राष्ट्रपुरुषोंके छायाचित्र अंकित होते हैं । इसलिए देवी-देवता एवं राष्ट्रपुरुषोंके छायाचित्रवाले पटाखे जलानेसे उनकी धज्जियां उडकर उनका अनादर होता है । यह अनादर रोकनेकी दृष्टिसे हिंदू जनजागृति समितिद्वारा वाशीके ए.पी.एम्.सी. मार्केटमें १०२ पटाखे विक्रेताओंको निवेदन देकर उनका प्रबोधन किया गया था; परंतु इसमें कुछ विक्रेताओंने देवी-देवताओंके छायाचित्रयुक्त पटाखोंका विक्रय जारी रखा था । समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा पुलिसमें परिवाद करनेके उपरांत यह विक्रय भी बंद हो गया है ।
पटाखोंके माध्यमसे होनेवाला देवी-देवताओं एवं राष्ट्रपुरुषोंका अनादर रोकने हेतु समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा ए.पी.एम्.सी. मार्केटके १०२ पटाखे विक्रेताओंको निवेदन देकर उनका प्रबोधन किया था । १० दुकानोंमें देवी-देवताओंके छायाचित्रयुक्त पटाखे विक्रयके लिए रखे गए थे, जिसमें ७ दुकानदारोंने समितिके प्रबोधनके पश्चात पटाखोंका विक्रय बंद किया था । शेष ३ दुकानोंमें पटाखोंका विक्रय चल रहा था । इसलिए समितिके घणसोलीके कार्यकर्ता श्री. नीलेश जोशी एवं आधुनिक वैद्य उदय धुरीने ए.पी.एम्.सी. (वाशी) पुलिस थानेमें इन दुकानदारोंके विरोधमें परिवाद प्रविष्ट किया । वहांके पुलिस उपनिरीक्षक अशोक चाटद्वारा तत्काल ध्यान देकर उन दुकानोंपर छापा मारनेकी सूचनाएं दी गई । दुकानदारोंने पुलिसकी गाडी देखते ही देवी-देवताओंके छायाचित्र रहनेवाले पटाखे छिपा कर रख दिए । अतः पुलिसके छापेमें कुछ नहीं मिला । तत्पश्चात पुलिसद्वारा पटाखे विक्रेता कन्हैय्यालालको पूछताछके लिए अपने नियंत्रणमें लिया गया । इस बातकी जानकारी मिलतेही पटाखा विक्रेता संगठनके पदाधिकारी पुलिस थानेमें उपस्थित हुए । यह सब समाचार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भोंगको ज्ञात होनेसे वे भी पुलिस थानेमें उपस्थित हुए तथा उन्होंने पदाधिकारियोंको लिखित स्वरूपमें पुष्टिपत्र दिया कि भविष्यमें देवी-देवताओंका अनादर नहीं होगा और यदि हुआ तो उसके लिए संगठन पूर्णरूपसे उत्तरदायी होगा । इसके फलस्वरूप ए.पी.एम्.सी.मार्केट (वाशी) एवं नई मुंबईके अन्य क्षेत्रोंमें देवता एवं राष्ट्रपुरुषोंके छायाचित्रयुक्त पटाखोंका विक्रय अब बंद हो गया है । समिति गत आठ वर्षोंसे पटाखोंके माध्यमसे होनेवाला देवी-देवताओंका अनादर रोकने हेतु जो उपक्रम चला रही है, उसे इस वर्ष भारी मात्रामें सफलता मिली है । अन्य स्थानोंपर भी पटाखोंका विक्रय बंद होनेके लिए समितिका संघर्ष जारी ही रहेगा तथा समाजके नागरिकोंको भी समितिद्वारा पटाखोंपर प्रतिबंध लगानेका आवाहन किया गया है ।
विशेष : समितिके प्रबोधनपर ध्यान केंद्रित कर दैनिक ‘तरुण भारत’, ‘आपला वार्ताहर’, ‘पुण्य नगरी’, ‘पुढारी’, ‘नवे शहर’,‘नव नगर‘ एवं ‘न्यूज बैंड’ समाचारपत्रोंद्वारा प्रसिद्धी दी गई ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात