लॉस एंजिलिस : अमेरिका में १५ साल की छात्रा को विद्यालय बस ड्राइवर ने हिजाब पहनने पर दो बार बस से उतार दिया। लड़की के परिजनाे ने घटना को लेकर केस दर्ज करा दिया है और विद्यालय से माफी की मांग की है। बता दें कि, डोनाल्ड ट्रम्प के प्रेसिडेंट होने के बाद से अमेरिका में मुस्लिमों से भेदभाव और धमकी के कई मामले सामने आए हैं।
मामला उटाह के टिम्पव्यू उच्च विद्यालय का है। छात्रा का नाम जेना बकीर है। उसके वकील रेंडल स्पेंसर ने बताया, जेना विद्यालय से घर आने के लिए बस में सवार हुई। इसी दौरान ड्राइवर ने उससे कहा, नीले हिजाब वाली लड़की तुम बस से नीचे उतर जाओ, तुम यहां बैठने लायक नहीं हो।
बाद में एक इंटरव्यू में जेना ने कहा, बस ड्राइवर ने बस के स्पीकर से मेरे हिजाब के रंग को लेकर कमेंट किया और फिर फौरन उतर जाने को कहा।” बकीर के मुताबिक, घटना पिछले महीने की है। जेना ने बताया, “दो दिन पहले मैं एक बार घर आने के लिए बस में सवार होने लगी। मैंने ड्राइवर से कहा कि, क्या मैं बस में बैठ सकती हूं। परंतु ड्राइवर गेट पर आया और उसने गेट के आगे हाथ अड़ा दिया। मैं बस में नहीं बैठ पाई। ये भेदभाव नहीं तो और क्या है?”
विद्यालय एडमिनिस्ट्रेशन ने सफाई में कहा, “छात्र केवल उसी बस में सफर कर सकते हैं जिसमें वो रजिस्टर्ड हैं। जिस लड़की के साथ घटना हुई वो दोनों बार गलत बस में बैठी थी। ड्राइवर उसको पहचानता नहीं था। विद्यालय की जांच में ये साफ हो गया है कि, जेना से किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया है। बस ड्राइवर पर गलत बर्ताव का आरोप लगाना किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता। गलती साफ तौर पर लड़की की थी।”
स्त्रोत : दैनिक भास्कर