क्या भारतीय राज्यकर्ताआें ने कभी ऐसा वचन दिया है ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
वॉशिंगटन : डोनाल्ड ट्रंप ने अमरीका के ४५ वें राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। उन्होंने कहा, ‘मेरा प्रशासन विश्व से ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद’ का सफाया करेगा। अमरीकियों की नौकरियां बहाल करेगा।’ ७० वर्ष के ट्रंप ने नेशनल मॉल में लगभग ८ लाख लोगों के समक्ष शपथ ली।
इस्लामिक आतंकवाद के विरुध्द विश्व को करेंगे एकजुट
ट्रंप ने कहा, ‘हम विश्व को कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के विरुध्द एकजुट करेंगे। पृथ्वी से आतंकवाद को समाप्त करेंगे। हमारा लक्ष्य पुराने गठजोड़ों को नई ताकत और नया स्वरूप देना है।’ ट्रंप ने अमरीकी नौकरियों पर बात करते हुए कहा कि, नेता समृद्ध हुए, परंतु जनता की नौकरियां चली गईं। प्रशासनिक प्रतिष्ठान ने स्वयं की रक्षा की, परंतु हमारे देश के नागरिकों की रक्षा नहीं की।
केवल बात नहीं, काम करूंगा
ट्रंप ने आगे कहा, खोखली बातों का दौर बीत गया है। काम का समय आ गया है। ये सारे बदलाव यहीं और अभी से हो रहे हैं, क्योंकि यह क्षण आपका क्षण है। ये मायने नहीं रखता कि, सरकार पर किस पक्ष का नियंत्रण है, अपितु यह मायने रखता है कि, क्या सरकार पर जनता का नियंत्रण है।
सरकार का मूलमंत्र होगा ‘अमरीका फर्स्ट’
ट्रंप ने कहा कि, ‘अमेरिका फस्ट’ उनकी सरकार का मूलमंत्र होगा। सत्ता वाशिंग्टन से जनता को हस्तांतरित की जाएगी। उन्होंने अब्राहम लिंकन की बाइबल पर हाथ रखकर पद की शपथ ली। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ‘यूएस कैपिटोल’ से दिए अपने पहले संबोधन में ट्रंप ने देशवासियों से वचन दिया कि, देश का फिर से ऐसा निर्माण किया जाएगा कि वह ‘वापस सपने संजो सके।
जनता का दर्द, मेरा दर्द
ट्रंप ने अपने १६ मिनट के संबोधन में कहा, ‘हम साथ मिलकर अमरीका और विश्व की कार्यप्रणाली तय करेंगे। चुनौतियों का सामना करेंगे, कठिनाइयों का सामना करेंगे, परंतु काम पूरा करेंगे।’ ट्रंप ने कहा, जनता का दर्द हमारा दर्द है। उनके सपने हमारे सपने हैं और उनकी सफलता हमारी सफलता है। हम एक दिल, एक घर और एक गौरवशाली भाग्य को साझा करते हैं।
स्त्रोत : पत्रिका