भागलपुर (बिहार) : भागलपुर में गुरुवार को एक मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा के स्थापना के विवाद में एक समुदाय की पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान भीड़ ने जमकर पथराव किया। भीड़ ने गोलीबारी भी की। पुलिस ने भी लाठीचार्ज व गोलीबारी की। घटना में दर्जनों लोग घायल बताए जाते हैं। हिन्दुआेंका गुस्सा मंदिर का विरोध कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के धर्मस्थल पर भी उतरा।
जानकारी के अनुसार, भागलपुर के हबीबपुर थाना क्षेत्र स्थित अंबे पोखर में निर्मित मंदिर में हिन्दुआें ने पूर्व से स्थापित ५० वर्ष प्राचीन हनुमान जी की खंडित प्रतिमा को हटाकर नयी प्रतिमा को स्थापित किया था। अल्पसंख्यक समुदाय ने सरकारी जमीन पर मंदिर बनाए जाने का विरोध किया। (यदि उस स्थान पर पहले से हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित थी, तो उसका विरोध क्यों किया गया ? केवल हिन्दुद्वेष के कारण अल्पसंख्यकों ने पुलिस में शिकायत की, यह ध्यान में आता है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति) अंबे पोखर के मालिकाना हक को लेकर न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है।
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने मंदिर में प्रतिमा स्थापित करने की शिकायत हबीबपुर थाने में की। इसके बाद एसडीओ कुमार अनुज के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की टीम पोखर पहुंची और स्थापित व खंडित मूर्तियों को कब्जे में ले लिया। (क्या पुलिसने कभी एेसी तत्परता अवैध मस्जिद निर्माण के समय दिखार्इ होती ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति) इस घटना के बाद मंदिर के पक्ष में खडे हिन्दू क्रोधित हुए।
आक्रोशित भीड़ ने पुलिस और प्रशासन पर पथराव शुरू कर दिया तथा मूर्ति को छीनकर पुनः स्थापित कर दिया। मंदिर समर्थकों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हिन्दुआेंने नजदीक ही बने मस्जिद पर पथराव भी किया। इसके बाद स्थिति पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
लाठीचार्ज से भीड़ और उग्र हो गयी। घटनाक्रम में एसडीओ सहित दर्जनों पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को चोटें आयीं। भीड में शामिल दर्जनों लोग भी घायल बताए जा रहे हैं।
स्त्रोत : जागरण