आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
![Bandatatya_Karadkar](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2014/10/Bandatatya_Karadkar.jpg)
सातारा (महाराष्ट्र) – चुनावमें राष्ट्रवादी कांग्रेस एवं कांग्रेसको मतदान करना गोहत्याको मतदान करने समान ही है । अतः संतवीर ह.भ.प. बंडातात्या कराडकरने प्रसिद्धिपत्रकद्वारा दोनों कांग्रेसके एक भी उम्मीदवारको विधानसभामें न जानेकी दक्षता होनेका आवाहन किया है ।
इस पत्रकमें कहा गया है कि..
१. बकरी ईदके लिए राज्यशासनने देवनार पशुवधगृहको १२ सहस्र बैल मारनेकी अधिकृत अनुमति दी तथा वैसा अध्यादेश भी निकाला ।
२. इस निर्णयके विरोधमें केसरीचंद मेहताने उच्च न्यायालयमें अभियोग प्रविष्ट किया । इसमें उच्च न्यायालयद्वारा शासनके विरोधमें परिणाम घोषित करते हुए अमानवीय संहारपर प्रतिबंध लगाया गया है ।
३. मूल रूपसे ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है कि बकरी ईदका यह त्यौहार बकरी मारनेके लिए है अथवा गाय मारनेके लिए ?
४. पिछले अनेक वर्षोंसे बकरी ईदके दिन सहस्रों गायोंको अमानवीय रूपसे काटा जाता है । शासन इसको प्रतिबंधित करनेकी अपेक्षा प्रोत्साहन दे रहा है ।
५. धर्मांधोके मत प्राप्त करने हेतु यह प्रकरण चालू है ।
६. यह करते समय हम स्वयं ही कानून एवं सुरक्षाका हनन कर रहे हैं, संयुक्त सरकारको इसका भान भी नहीं है ।
७. करोडों हिन्दुओंकी धर्मभावनाओंका हम अपमान कर रहे हैं, इसका भान सरकारको नहीं है ।
८. हिन्दुुुद्वेषी शासनको सत्तासे हटना पडेगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात