हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ अभियान !
२६ जनवरी को ज्ञात, अज्ञात क्रांतिकारकों के बलिदान से साकार हुए स्वतंत्र भारत का ६८ वां गणतंत्रदिवस पूरे देश में संपन्न हुआ। वर्तमान के शालेय अभ्यासक्रमोंद्वारा ‘राष्ट्रप्रेम’ के पाठ तथा क्रांतिकारकों के चरित्र नहीं सिखाए जाते। इसलिए छात्रों में राष्ट्रीयत्व की भावना दुर्बल हो गई है। इसके फलस्वरूप कागज एवं प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज कुछ समय पश्चात ही सड़क पर इधर-उदर बिखरे पड़े दिखाई देते हैं। जिस राष्ट्रध्वज के सम्मान के लिए क्रांतिकारकों ने अपने प्राणों की आहुति दी, तथा जेल गए, उस राष्ट्रध्वज की अवहेलना खुली आंखों से देखनी पडती है। अपने राष्ट्रीय प्रतिकों के संदर्भ में छात्रों एवं नागरिकों में उचित आदर भाव उत्पन्न होने एवं उन में राष्ट्रप्रेम उत्पन्न होकर राष्ट्र पर आए हर छोटे बडे संकट का सामना करने का धैर्य उत्पन्न होने हेतु हिन्दू जनजागृति पिछले १३ वर्षों से ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ अभियान चला रही है। इस वर्ष भी २६ जनवरी को यह अभियान व्यापक स्तर पर चलाया गया। इसी संदर्भ का वृत्तांत यहां प्रस्तुत कर रहें हैं . . .
• मुलुंड में प्रबोधन के पश्चात २०० छात्रों ने आश्वासन देते हुए कहा कि, हम राष्ट्रध्वज को नीचे नहीं गिरने देंगे एवं सड़क पर बिखरे पड़े राष्ट्रध्वज उठा कर संग्रहित करेंगे। एक इमारत में सत्यनाराण महापूजा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रजागृति के संदर्भ में मार्गदर्शन किया गया। ५० नागरिकों ने इस मार्गदर्शन का लाभ उठाया।
• विक्रोळी में नॅशनल हायस्कूल में राष्ट्रध्वज का सम्मान करने के साथ स्वयं में स्वभाषाभिमान उत्पन्न होने हेतु दैनंदिन संभाषण में आनेवाले विदेशी शब्दों का उपयोग किस प्रकार से टालना चाहिए, इस संदर्भ में २५० छात्रों का प्रबोधन किया गया।
• भांडुप के विद्याधिराज विद्यालय में व्याख्यान के पश्चात उपमुख्याध्यापक ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की प्रशंसा कर विद्यालय में ऐसे ही अन्य उपक्रम चलाने की भी अनुमति दी। एक शिक्षावर्ग (टयूशन) में कक्षा १० वीं के छात्रों ने राष्ट्रध्वज का सम्मान करने का आश्वासन दिया। एक स्थान पर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल में ध्वजवंदन के पश्चात आयोजित व्याख्यान का वहां के ५० से भी अधिक लोगों ने लाभ उठाया। एक मंडल के सूचना फलक पर नियमित रूप से ‘राष्ट्र एवं धर्म’ के संदर्भ में लेखन करनेवाले समिति के डॉ. लक्ष्मण जठार के शुभहाथों ध्वजारोहण किया गया।
• कुर्ला में ३ सहस्त्र छात्र तो, घाटकोपर में २५० छात्रों ने मार्गदर्शन का लाभ उठाया। पवई में भी २ विद्यालयों में व्याख्यान दिया गया।
• दादर में समिति के व्याख्यान के उपरांत उपस्थित लोगों ने उत्स्फूर्त रूप से ‘वंदे मातरम्’की घोषणाएं दी।
• चुनाभट्टी में मार्गदर्शन के उपरांत स्थानीय युवकों ने मंडल में धर्मशिक्षावर्ग आयोजित करने की मांग की है।
• वरळी के एक इमारत में व्याख्यान के अवसर पर १०० नागरिक उपस्थित थे। ‘जेके स्पोर्टस क्लब’ इस मंडल के ध्वजारोहण अवसर पर व्याख्यान आयोजित किया गया। मंडल के अध्यक्ष श्री.सुभाष चौहान तथा सर्वश्री गणेश पाटिल एवं तुकाराम मोकल ने मंडल में क्रांतिकारकों का फ्लेक्स लगाने एवं एक नियमित धर्मशिक्षावर्ग आयोजित करने की मांग की।
• जोगेश्वरी के मंडल के लोगों ने व्याख्यान के पश्चात समिति के कार्यकर्ताओं से भेंट कर, ‘महत्वपूर्ण जानकारी मिली’ ऐसा कह कर समाधान व्यक्त किया।
• सानपाडा में एक विद्यालय में, साथ ही ३ इमारतों में व्याख्यान आयोजित कया गया। कोपरखैरणे में २ विद्यालयों के कुल मिलाकर ७०० छात्रों ने व्याख्यान का लाभ उठाया।
• बोरिवली रेल स्थानक पर क्रांतिकारकों का जीवनचरित्र दर्शानेवाली सचित्र फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई गई।
• मुंबई जिले में महत्वपूर्ण स्थानों पर राष्ट्रध्वज का सम्मान करने की दृष्टि से ४५० भित्तिपत्रक लगाए गए तथा १ सहस्त्र हस्तपत्रकों का वितरण किया गया।
• डोंबिवली, ठाणे एवं अंबरनाथ के विद्यालयों में क्रांतिकारकों की फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई गई। १ सहस्त्रों से भी अधिक छात्रों ने उसका लाभ उठाया।
• जलगांव के विद्यालयों में समिति के श्री. सचिन वैद्य, श्रीमती नंदा नागणे, श्रीमती आरती कोमटी, श्री. प्रीतम पाटिल, कु. तेजस्विनी तांबट तथा श्रीमती अवनी शिंदे ने मार्गदर्शन किया। १ सहस्त्र ५०० छात्रों ने इस उपक्रम का लाभ उठाया।
• भांडुप पश्चिम के शिवदर्शन सेवा मंडल के कार्यकर्ताओं ने अभी तक कहीं भी संपूर्ण वंदे मातरम् गीत न सुनने के संदर्भ में दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘आज केवल हिन्दू जनजागृति समिति के कारण हमें संपूर्ण वंदे मातरम् गीत सुनने, समझने का अवसर मिला !’
सिंहगढ, पुणे में एक अलग ही पद्धति से अभियान चलाया गया . . .
सिंहगढ पर सवेरे ७.३० बजे राजस्व विभाग के मंडलाधिकारी श्री. शेखर शिंदे के शुभहाथों शासकीय ध्वजारोहण संपन्न हुआ। समिति के श्री. प्रवीण नाईक ने ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ इस संदर्भ में ७० से भी अधिक लोगों को मार्गदर्शन किया। तत्पश्चात, ‘स्वसंरक्षण प्रशिक्षण, समय की आवश्यकता’ इस विषय पर एक पथनाट्य भी प्रस्तुत किया गया।
गढ पर राष्ट्रध्वज प्रबोधन हेतु एक फेरी निकाली गई। फेरी देख कर अन्य लोगों ने भी ‘भारत माता की जय’ के साथ अन्य घोषणाएं भी उत्स्फूर्त रूप से दी ! समिति के कार्यकर्ताओं ने सिंहगढ पर अन्य २ स्थानों पर पथनाट्य प्रस्तुत किए। इसमें क्रमशः ७० एवं ८० लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर क्रांतिकारकों की प्रदर्शनी, सनातन के ग्रंथ एवं सात्विक उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई थी। १ सहस्त्र से भी अधिक लोगों ने प्रदर्शनी का भ्रमण किया। राजे शिवराय प्रतिष्ठान की ओर से ‘स्वच्छता अभियान’ चलाया गया। प्रबोधन फेरी में जिज्ञासु प्रा. सुनील मराठे स्वयं आगे आकर सम्मिलित हुए।
यहां किया गया, ‘संपूर्ण वंदे मातरम्’ गीत का अर्थ के साथ गायन !
विद्याधिराज विद्यालय, भांडुप (पूर्व ); विद्यार्थी अभ्यासवर्ग (टयूशन क्लास) भांडुप (पश्चिम); सह्याद्री नगर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, भांडुप (पश्चिम); शिवदर्शन सेवा मंडल, भांडुप (पश्चिम); भवानीमाता को. ऑपरेटीव्ह हाउसिंग सोसायटी, ना. म. जोशी मार्ग, वरळी; गुणिना सोसायटी, पाम बीच मार्ग, सानपाडा; आपूर्ति सोसायटी, पाम बीच मार्ग, सानपाडा, भंडारआळी नाका, सोपार गाव, नालासोपारा
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात