लंदन : ब्रिटेन में सजा पाने के बाद एक कुख्यात चाइल्ड सेक्स गिरोह के आरोपीयों ने न्यायालय में ही अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। दुष्कर्म के बाद एक १२ वर्षीय बच्ची के गर्भवती हो जाने के मामले में न्यायालय ने गिरोह के सभी ६ दोषियों को १० से २० वर्ष तक की सजा दी है।
वर्ष १९९९ से २००१ के बीच साउथ योर्कशर में दो लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न मामले की सुनवाई कर रही न्यायलय ने ६ दोषियों को सजा दी। न्यायाधीश सारा राइट ने बताया कि, १२ वर्ष की बच्ची को ड्रग्स और ऐल्कॉहॉल का नशा कराकर उसके साथ गैंगरेप किया गया।
दोषियों में तीन भाई समेत ६ आरोपी हैं। जिसमें बशरत दाद (३२), नसर दाद (३६), तैय्यब दाद (३४), मतलूब हुसैन (४१), मोहम्मद सदीक (४०) और अमजद अली शामिल हैं।
बच्ची की गर्भवती की खबर वर्ष २००१ में सुर्खियों में आई थी जब उन्हें ब्रिटेन की सबसे ‘यंग मदर’ के रुप पर दर्शाया गया था। सुनवाई के दौरान न्यायालय में मौजूद दुष्कर्म पीड़िता ने कहा, ‘दुनिया में बहुत बुरे और खराब लोग हैं। मुझे लगता है कि, मेरा बच्चा पाप का नतीजा है। उस घटना के बाद मेरा बचपन छिन गया। समाज में भी मुझे ताने दिए गए और मैं स्वयं को बेकार और अकेला महसूस करने लगी।’
ब्रिटेन में बच्चों के यौन शोषण की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। एक स्वतंत्र जांच रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में १९९७ से २०१३ के बीच ऐसे १४०० मामले दर्ज किए गए। पिछले वर्ष फरवरी में ऐसे ही एक मामले में अर्शिद, बशरत हुसैन, कुर्बान अली को ब्रिटेन की दो महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का दोषी करार दिया गया था।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स