बिना जूते पहने कक्षा में बैठनेपर बच्चों के व्यवहार और रिजल्ट काफी अच्छे आए है !
लंदन : यहां के एक विद्यालय में शिक्षक और छात्र कक्षा में जूते पहनकर नहीं जा सकते। हाल ही में एक संशोधन में सामने आया है कि बिना जूते के बच्चों के व्यवहार और रिजल्ट काफी अच्छे रहे। यहां के कई विद्यालयों ने ‘शूलेस क्लासरूम अभियान’ को समर्थन दिया है।
एक विद्यालय की मुख्याध्यापिका मिशेल हाल ने कहा, एक शिक्षिक ने कुछ संशोधन देखने के बाद यह विचार हमें दिया था। जब हमने यह बात बच्चों को बताई तो सभी बहुत उत्साहित थे। यह बेहद सफल रहा। अब सभी शिक्षक और बच्चे स्लिपर्स पहनकर ही आ रहे हैं। मिशेल ने कहा,’ हमारे बच्चों का व्यवहार पहले से बेहतर है। हम उनमें अब और भी ज्यादा बदलाव देख रहे हैं !
अब बच्चे पहले से ज्यादा शांत और सौम्य हो गए हैं। बोर्नमाउथ विश्वविद्यालय ने बीते १० सालों में २५ देशों में किए गए अध्य्यन में पाया कि, जब बच्चे अपने जूते उतारकर कक्षा में जाते हैं तो ज्यादा शांत और सौम्य व्यवहार करते हैं। इस रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि ऐसे बच्चे विद्यालय जल्दी आते हैं। उनका अधिकांश समय कुछ पढ़ने में ही बितता है !
स्त्रोत : पंजाब केसरी