आश्विन पौर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
क्या बांग्लादेशके अल्पसंख्यक हिन्दुओंका आक्रोश केन्द्र सरकारको कभी सुनाई देगा ?
ढाका (बांग्लादेश) – ढाका जनपदमें नन्दीपारामेें एक मुसलमान लडकीको आत्महत्या करनेके लिए प्रेरित करनेका तथाकथित आरोप लगाकर धर्मांधोंने अल्पसंख्यक हिन्दुओंके लगभग २०० घरोंपर आक्रमण किया । इस प्रकरणकी कोई जांच किए बिना पुलिसद्वारा अल्पंसख्यक हिन्दुआेंको पकडकर कारागृहमें डालनेका प्रयास किया जा रहा है ।
स्वयं भूमिके स्वामी होते हुए भी यहांके हिन्दू प्राणके भयसे पलायन कर रहे हैं तथा अल्पसंख्यक हिन्दू परिवारोंको सुरक्षापूर्ति करनेमें स्थानीय प्रशासन पूरी तरह असफल है । बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉचद्वारा इस प्रकरणकी निरपेक्षतासे जांच करने, हिन्दू परिवारोंपर मुसलमान लडकीकी आत्महत्याके विषयमें लगाया गया झूठा आरोप वापस लेने एवं अल्पसंख्यक हिन्दुओंको न्याय देनेकी मांग की गई है ।
इस आक्रमणके पीछेका मुख्य उद्देश्य है अल्पसंख्यक हिन्दुओंको घरसे निकालकर उनकी भूमि हथियाना । इसलिए हिन्दुओंपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात