आश्विन पौर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
मुंबई – गुजरात राज्यमें वासाडके ‘शिवलिंग मार्केटिंग आस्थापन’ द्वारा उनके उत्पाद तुअरदालके बोरेपर शिवलिंगका छायाचित्र छापकर हिन्दुओंके आस्थास्थानका अनादर किया गया है । इसके निषेधार्थ हिन्दू जनजागृति समितिके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने निषेधपत्र भेजकर कथित छायाचित्र हटानेकी मांग की ।
श्री. वटकरने पत्रमें कहा है कि कथित छायाचित्र मुद्रित कर हिन्दुओंके देवी-देवताओंका अवमूल्यन किया गया है । कार्य हो जानेके पश्चात इस बोरेका उपयोग दरवाजेमें पांव पोंछने एव वाहनोंकी स्वच्छताके किया जाता देता है । अतः हिन्दुओंकी धर्मभावनाएं आहत होती हैं । ऐसा कृत्य करना व्यापार चिह्न कानून १९९९ धारा ४७, उपकलम ९,२(ब) के अनुसार दण्डपानीय अपराध है । अतः बोरेपर रेखांकित यह चित्र तत्काल हटाया जाए, अन्यथा समितिको कानूनके अनुसार कदम उठाने पडेंगे ।
धर्माभिमानी हिन्दू निम्नलिखित सम्पर्क क्रमांकपर
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात