सातारा : तासगांव (जिला सातारा) के श्री भैरवनाथ मंदिर में लघुरुद्र तथा महारुद्र का आयोजन किया गया था। उस समय आयोजित किए गए व्याख्यान में सनातन संस्था के श्री. राहुल कोल्हापुरे संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने ऐसा आवाहन किया कि, ‘मंदिर, हिन्दु धर्मियों के ‘चैतन्यस्रोत’ हैं। उनका पालन एवं सुरक्षा करना हिन्दुओं का आद्यकर्तव्य है।
‘देव मस्तकी धरावा। अवघा हलकल्लोळ करावा।। ’ समर्थ रामदासस्वामी की इस उक्ती के अनुसार प्रत्येक हिन्दु को देवता तथा मंदिरों की रक्षा हेतु सिद्ध रहना चाहिए !
वर्तमान में ‘धनसंपन्न’ मंदिरों पर स्वार्थी राजनेताओं की ‘वक्रदृष्टि’ होने के कारण सभी मंदिर बलपूर्वक अधिकार में लेने का शासन का षडयंत्र आरंभ हुआ है। मंदिर सरकारीकरण का यह धोखा ध्यान में रखते हुए हिन्दुओं को संघटित होना चाहिए !’
उस समय मंच पर श्रीक्षेत्र जरंडेश्वर के मारुति उपासक संत पू. धनंजयगिरी महाराज उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन तथा आभार प्रदर्शन श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. हेमंत खटावकर ने किया। इस कार्यक्रम का लाभ तासगांव तथा आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं ने ऊठाया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात