मुंबई : भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक को ऐतिहासिक महत्व की प्राचीन धरोहरों एवं वस्तुओं की तस्करी में गिरफ्तार किया गया है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) के दल ने आरोपी विजय नंदा के घर और गोदाम पर छापे मारकर पहली से १८ वीं सदी के करोड़ों रुपये मूल्य की कई प्राचीन मूर्तियां जब्त की हैं।
नंदा को २० फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है । भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक को ऐतिहासिक महत्व की प्राचीन धरोहरों एवं वस्तुओं की तस्करी में गिरफ्तार किया गया है। डीआरआइ के अतिरिक्त महानिदेशक अजीत कुमार ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “ये प्राचीन मूर्तियां अमूल्य हैं। यह सांस्कृतिक धरोहर की लूट है।” डीआरआइ के एक अधिकारी ने बताया कि नंदा के ठिकाने से पहली शताब्दी की टेराकोटा मूर्तियां, १७ वीं और १८ वीं सदी की महिषासुर मर्दिनी और भगवान गणेश की कांस्य प्रतिमाएं बरामद की गई हैं।
नंदा के दक्षिण मुंबई के गिरगाव स्थित घर और मध्य मुंबई के गोदाम पर छापे मारे गए थे । बड़ी मूर्तियों में वारदा गणेश, पद्मपाणि, अवलोकातेश्वर, भगवान विष्णु और नाग-नागिनी की प्रतिमा बरामद की गई हैं।
अधिकारियों को संदेह है कि, १० वीं-११ वीं शताब्दी की इन ऐतिहासिक धरोहरों को पूर्वी और दक्षिण भारत की विभिन्न मंदिरों से चुराया गया है।
नंदा इन वस्तुओं को तस्करी के माध्यम से भेजने के लिए कुछ दिनों पहले ही भारत आया था। उसके एक सहयोगी उदित जैन को भी चेन्नई से गिरफ्तार किया गया है। वह अमेरिका और हांगकांग में ऐतिहासिक वस्तुओं की नीलामी कराता है।
स्त्रोत : नई दुनिया