जम्मू : सुरक्षा बलों ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक प्राकृतिक गुफा में एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया और उनके पास से हथियार और गोला बारूद बरामद किया। सेना ने कहा कि पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में शत्रु के पहाड़ी क्षेत्र में आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया गया।
सुरक्षाबलों ने गुफा से एक एके-४७, एक पिस्तौल, एक ग्रेनेड लांचर, सात हथगोले, दो चीनी ग्रेनेड, तीन एके-४७ मैगजीन्स, एके-४७ के ७.६२ एमएम की ४२८ राउंड गोलियां और दो केनवुड रेडियो सेट बरामद किए। अधिकारियों ने कहा, २६ जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर आतंककारियों द्वारा किए जाने वाले नापाक इरादों पर पानी फेर दिया गया है।
आतंकी हमले में २ सुरक्षाकर्मी हुतात्मा, २ आतंकी भी ढेर
तिनसुकिया(असम) : असम-अरुणाचल सीमा पर जयरामपुर के निकट रविवार को सुरक्षाकर्मियों के एक काफिले पर आतंककारियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के दो सैनिक हुतात्मा हो गए और दो अन्य घायल हो गए। हालांकि, सुरक्षा बलों ने तत्काल इलाके में जवाबी कार्रवाई अभियान की शुरुआत कर घात में शामिल दो आतंककारियों को मार गिराया ।
पुलिस के अनुसार, हमलावर पूर्वोत्तर के अधिकांश आतंकी संगठनों के संयुक्त मंच युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ वेस्ट ईस्टर्न साउथ ईस्ट एशिया (यूएनएलएफडब्ल्यू),युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के वार्ता विरोधी गुट और खापलांग के नेतृत्व वाले नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (एनएससीएन-के) और कोआर्डिनेशन कमेटी (कोरकोम) ऑफ मणिपुर से संबद्ध थे।
असम के पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। डीजीपी ने कहा, हमले में शामिल दो आतंकवादियों को बाद में मार दिया गया। बलों ने उनके पास से दो हथियार बरामद किए हैं।
पिछले साल भी सेना के काफिले पर हुआ था हमला
तिनसुकिया पुलिस अधीक्षक मुग्धाज्योति महंत ने कहा कि १५-२० आतंककारियों ने घात लगाकर हमला किया। गैर सरकारी सूत्रों ने कहा कि हमले के बाद आतंकी असम राइफल्स के कुछ हथियार और गोला बारूद लेकर भाग गए। उल्फा और एनएससीएन-के ने गत साल नवम्बर में तिनसुकिया जिले में सेना के एक काफिले पर घात लगा कर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे।
कोरकोम, उल्फा ने लिया हमले का लिया दायित्व
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने जगुन-जयरामपुर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी और चौकसी बढ़ा दी। असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा और असम-नागालैंड सीमा के बीच अंतर-राज्य सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी गई है। इस बीच, कोरकोम और उल्फा ने एक संयुक्त बयान में हमले की जबाबदारी ली है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने ‘ऑपरेशन बराक’ नाम से सुरक्षाबलों पर संयुक्त हमला किया।
स्रोत : पत्रिका