श्री महालक्ष्मी देवस्थान भ्रष्टाचारविरोधी कृति समिति द्वारा चेतावनी !
भक्त, श्रद्धालु एवं हिन्दुत्वनिष्ठों को ऐसी मांग क्यों करनी पडती है, सरकार स्वयं आगे आ कर ऐसा क्यों नहीं करती ?
श्रीक्षेत्र करवीर, कोल्हापुर : श्री महालक्ष्मी मंदिर में स्थित काशीकुंड एवं मनकर्णिका कुंड की स्वच्छता कर भक्तों के लिए ये दोनों कुंड खुला करें तथा उन कुंडों की जानकारी के फलक वहां लगाए जाए इन दोनों मांगों को २० फरवरी तक पूर्ण करें, अन्यथा श्री महालक्ष्मी देवस्थान भ्रष्टाचार विरोधी कृति समिति की ओर से देवस्थान समिति के विरोध में तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी १० फरवरी को श्री महालक्ष्मी भ्रष्टाचार विरोधी कृति समिति के प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान व्यवस्थापन समिति के सहसचिव श्री. शिवाजी साळवी से विचार-विमर्श करते हुए दी गई।
७ फरवरी को गंगावेस के श्री ऋणमुक्तेश्वर मंदिर में आयोजित श्री महालक्ष्मी देवस्थान भ्रष्टाचार विरोधी कृति समिति की बैठक में उपरोक्त मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया था। उसके अनुसार १० फरवरी को दोपहर १२.३० बजे पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान व्यवस्थापन समिति के कार्यालय के समीप विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों के कार्यकर्ता संघटित हुए। इस अवसर पर श्री. शिवाजी साळवी को उपर्युक्त मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। तदुपरांत महानगरपालिका के उपायुक्त श्री. विजय खोराटे को भी दोपहर १ बजे उपर्युक्त मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। श्री. खोराटे ने कहा कि, महानगरपालिका के आरोग्याधिकारी को कुंडों की स्वच्छता करने की सूचनाएं दी जाएगी।
इन मांगों के ज्ञापन में काशी कुंड समीप स्थित कुढादान अन्यत्र स्थलांतरित करना, काशीकुंड पूरी तरह स्वच्छ कर उसमें स्थित मलनिःस्सारण वाहिनी (ड्रेनेज लाईन) हटाना, मनकर्णिका कुंड पर स्थित निर्माणकार्य हटा कर उसे भक्तों के दर्शन हेतु खुला करना तथा काशी एवं मनकर्णिका कुंड पर उनका धार्मिक महत्त्व दर्शानेवाली जानकारी का फलक एवं उसके छायाचित्र लगाना साथ ही श्री महालक्ष्मी मंदिर परिसर में सूचना/परिवाद पेटी रखने की मांगें, अंतर्भूत हैं।
इस अवसर पर सर्वश्री गोविंद देशपांडे, देवराज सहानी, शिवसेना के सर्वश्री शशी बीडकर, राजू सागांवकर, बजरंग दल के जिलाप्रमुख श्री. संभाजी साळुंखे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के श्री. युवराज शिंदे आदि हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।
इस ज्ञापन में आगे कहा गया है कि ….
१. श्री महालक्ष्मी मंदिर में काशी विश्वेश्वर मंदिर है तथा वहां ‘काशीतीर्थ’ नामक कुंड है। प्राचीन काल से हर मंदिर के समीप कुंड का एक महत्त्व का स्थान होता है !
२. भक्तों की ऐसी आस्था है कि, काशी कुंड का जल ‘गंगा’ जितना ही पवित्र है। प्रथम काशीविश्वेश्वर का दर्शन, तदुपरांत श्री महालक्ष्मी देवी का दर्शन ऐसी परंपरा रही है !
३. पूर्व में इस कुंड के पानी से काशी विश्वेश्वर को अभिषेक किया जाता था। यहां का वातावरण एवं स्थिति उत्तर काशी के समान होने से इस करवीर नगरी को ‘दक्षिण काशी’ ऐसी संज्ञा प्राप्त हो गई है !
४. पवित्र काशी कुंड पर जाली बिठाई गई है एवं पडोस में रहनेवाले कुढ़ेदान में से उस कुंड पर निरंतर कुढा गिरता रहता है तथा मलनिःस्सारण वाहिनी सुस्थिति में न रहने से, उसके गंदे पानी से इस कुंड का जल दूषित बन गया है !
५. यह कुंड हिन्दुओं का आस्था स्थान है। उसकी विडंबना खुली आंखों से देखना अत्यंत क्लेशदायी है। ‘मनकर्णिका कुंड’ प्राचीन कालावधि से ही श्री महालक्ष्मी शक्तिपीठ पर है एवं यह लाखों भक्तों का आस्था स्थान है !
६. ‘करवीर माहात्म्य’ में इन कुंडों का वर्णन किया गया है। इन कुंडों में अगस्ती ऋषि एवं उनकी पत्नी लोपामुद्रा ने अनेक बार स्नान किया है। पूर्व में इन तीर्थों का पवित्र जल श्री महालक्ष्मी देवी के अभिषेक के लिए प्रयुक्त किया जाता था !
७. कुछ समय पूर्व मनकर्णिका कुंड को बूझा कर वहां सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कार्य करने का पाप किया गया। ये शौचालय तोडने का आदेश जिलाधिकारी ने १५ अप्रैल २०१३ में दिया था। परंतु इस आदेश का पालन नहीं किया गया था। देवी के भक्तों के उद्रेक से इस शौचालय का अवैधानिक निर्माण कार्य जून २०१६ में तोडा गया !
अन्य उपस्थित मान्यवर
इस अवसर पर हिन्दू एकता आंदोलन के जिलाध्यक्ष श्री. चंद्रकांत बराले, शिवसेना के करवीर तहसिलप्रमुख श्री. राजू यादव, श्री. किशोर घाडगे, युवा सेना के श्री. रणजित आयरेकर, पतित पावन संगठन के जिलाध्यक्ष श्री. सुनील पाटिल, उपाध्यक्ष आकाश श्री. नवरूखे, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुधाकर सुतार, श्री संप्रदाय के श्री. मारुती यादव, धनगर महासंघ के श्री. यशवंत शेळके, इस्कॉन के सर्वश्री महेंद्रकुमार साळोखे, प्रमोद जाधव एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात