श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर सुरक्षा कृति समिति की बैठक में निर्णय
मंदिर सरकारीकरण के दुष्परिणाम ! सरकार स्वयं भ्रष्टाचार के विरोध में आगे आ कर कोई कदम क्यों नहीं उठाती ? ऐसे भ्रष्टाचारों को रोकने हेतु मंदिरों को भक्तों के नियंत्रण में देना चाहिए !
श्रीक्षेत्र पंढरपुर (जिला सोलापुर) : यहां ९ फरवरी को श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर सुरक्षा कृति समिति की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में पंढरपुर देवस्थान समिति के भ्रष्टाचार के विरोध में आनेवाली कालावधि में आंदोलन करने एवं मंदिर की पवित्रता को संजोए रखने के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मंदिर समिति के बेढंगे कामकाज से गोशाला में गायों की मृत्यु हुई थी !
इस संदर्भ में कृति समिति ने आचारसंहिता समाप्त होते ही एक तीव्र जनआंदोलन करने का निर्णय लिया है !
इस बैठक में कृति समिति के सदस्य श्री. गणेश लंके, हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र समन्वयक श्री. मनोज खाडये, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. वीरेंद्र इचलकरंजीकर, अधिवक्ता श्री. नीलेश सांगोलकर, अधिवक्ता श्री. संदीप अपसिंगेकर, वारकरी पाईक संघ के प्रवक्ता ह.भ.प. रामकृष्ण वीर महाराज, सर्वश्री प्रताप साळुंखे, सौरभ थिटे, वैभव बडवे आदि विठ्ठल भक्त उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात