मंगळूर, ३ जलाई (वृत्तसंस्था) – ‘सांप्रदायिक एवं लक्ष्यित हिंसा अधिनियम २०११’ इस प्रस्तावित कानूनका प्रमुख उद्देश्य है, हिंदुओंको लक्ष्य करना । इस हिंदुविरोधी कानूनके निषेधार्थ राष्ट्रव्यापी आंदोलन आरंभ किया जाएगा, ऐसा हिंदु जनजागृति समितिके मंगलौर जनपदके निमंत्रक श्री. रामानंद गौडाने यहां पत्रकारोंको बताया । सोनिया गांधीके नेतृत्वमें राष्ट्रीय सलाहागार समितिने इस विधेयकका प्रारूप सिद्ध किया है । अल्पसख्यंकोंको सुरक्षा देनेके नामपर हिंदुओंपर अत्याचार करना ही इस प्रस्तावित कानूनका दांव है । हिंदु अल्पसंख्यंकमें रहनेवाले जम्मूकश्मीरमें यह कानून नहीं लागू होगा । (हिंदुओ सावधान ! आपपर आक्रमण करनेवाले मुसलमान आतंकवादियोंको सुरक्षा देनेवाला और एक कानून निर्माण किया जा रहा है ! – संपादक) इस अवसरपर श्री. गौडाने कहा, ‘‘शासनने इस विधेयकके विषयमें जनताद्वारा सूचनाएं मंगार्ई हैं । इस विधेयकके विरोधमें मंगळूरमें स्वाक्षरी मोहिम आरंभ की जानेवाली है ।’’