कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
कितने हिन्दुआेंमे अपने पवित्र यात्राआे के समय एेसा धर्मके प्रती अभिमान होता है ? – सम्पादक
नर्इ देहली – हज यात्रा के दौरान युवाओं का खुद की या परिवार के साथ ‘सेल्फी’ खींचना #HajjSelfie ट्रेंड में था, लेकिन हज यात्रियों के ‘सेल्फी’ खींचने का अब कट्टर मुस्लिम विरोध कर रहे हैं।
हज यात्रा पर गए मुस्लिम युवकों ने अपनी ‘सेल्फी’ खींच कर सोशल साइट्स पर डाली। कट्टर धार्मिक नेताओं और कुछ लोगों का मानना है कि पवित्र हज यात्रा के दौरान सेल्फी खींचना गलत है। इन युवकों ने मक्का में काबा, अराफात और मीना में शैतान को पत्थर मारते वक्त सेल्फी ली। इन जगहों की तस्वीरें, वीडियो रिकॉर्डिंग हजयात्री युवक सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे हैं।
24 साल के अली ने बताया कि यह उनकी पहली हज यात्रा थी। ये मेरे लिए बेहद जरूरी है कि मैं जहां जाऊं, वहां का मेरे पास कुछ दस्तावेज रहे। सेल्फी लेने का विरोध ट्विटर पर भी दिख रहा है। ट्विटर पर एक शख्स लिखता है,’90 के दौर में मेरे पिता हज यात्रा पर गए थे। कैमरे के इस्तेमाल को हराम करार दिया जाता था लेकिन अब #HajjSelfie ट्रेंड है’। एक दूसरे शख्स ने ट्विटर पर लिखा कि मुस्लिमों को हज यात्रा के दौरान सेल्फी लेने से बचना चाहिए।