श्रीक्षेत्र तुलजापुर (जिला धाराशिव) में शिवजयंती के उपलक्ष्य में शिवबाराजे प्रतिष्ठान की ओर से श्री. राजासिंह ठाकूर का मार्गदर्शन
श्रीक्षेत्र तुलजापुर (जिला धाराशिव, महाराष्ट्र) : जिस प्रकार से जिजामाता ने छत्रपति शिवाजी महाराज को बनाया, उसी प्रकार से हमें हमारे बच्चों को हिन्दू धर्मरक्षा हेतु बनाना चाहिए। आज हर माता को अपना लडका अभियंता, आधुनिक वैद्य या अधिवक्ता बने; ऐसा लगता है, परंतु जिजामाता को अपना लडका ‘धर्मयोद्धा’ हो, ऐसा लगता था और इसी दृष्टी से उन्होंने शूरवीर शिवाजी महाराज को जन्म दिया, उन्होंने ‘हिन्दवी स्वराज्य’ की स्थापना की ! उसी प्रकार छत्रपति शिवाजी महाराज का आदर्श सामने रखकर ‘अखंड हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना करने सिद्ध हों !, ऐसा आवाहन भाग्यनगर के विधायक श्री. राजासिंह ठाकूर ने यहां के समस्त हिन्दुओं को किया।
वे, यहां के शिवबाराजे प्रतिष्ठान की ओर से शिवजयंती के उपलक्ष्य में उनका मार्गदर्शन आयोजित किया था, उसमें बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा . . .
१. यदि छत्रपति शिवाजी महाराज न होते, तो आज हमें धर्मांधों की नौकरी करनी पडती। जिनके माथेपर मां तुळजाभवानी का आशीर्वाद हो, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। हर हिन्दू युवक ने भवानीमाता से आशीर्वाद प्राप्त कर तथा छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्श को सामने रखकर अपना जीवन समर्पित कर देना चाहिए। हरएक को ‘वीरयोद्धा’ होना आवश्यक है !
२. सैफ अली खान एवं करिना कपुर ने अपने लडके का नाम १० सहस्र हिन्दुओं का रक्त बहानेवाले हिन्दुद्वेषी तैमूर का आदर्श सामने रखकर ‘तैमूर’ रख दिया। यह इस राष्ट्र के हिन्दू धर्मियों का दुर्भाग्य है !
३. आज ‘लव्ह जिहाद’ के माध्यम से लाखों युवतियों का धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है और उनसे उत्पन्न संतानों का उपयोग जिहाद हेतु किया जा रहा है। अतः हर माताओं को अपनी लडकियों को धर्मशिक्षा देनी चाहिए !
४. पशुवधगृहों के माध्यम से गोमाता की बडी मात्रा में हत्या की जा रही है। हिन्दू युवकों को, गोमाता की भी रक्षा करनी चाहिए !
अपने मार्गदर्शन के पूर्व श्री. राजासिंह ठाकूर श्री भवानीदेवी का दर्शन कर शिवाजी महाराज की मूर्ति सह सहस्रों युवकोंसमेत ‘भवानीज्योत’ लेकर ढोल-ताशे की गूंज में सभास्थलपर उपस्थित हुए। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन अधिवक्ता श्री. नीलेश सांगोलकर ने किया। प्रमुख मान्यवरों के हाथों श्री भवानीदेवी एवं छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं का पूजन कर दीपप्रज्वलन किया गया। व्यासपिठपर विधायक श्री. राजासिंह ठाकूर, महंत तुकोजी महाराज, महंत इच्छागिरी महाराज, महंत व्यंकट अरण्य महाराज एवं शिवसेना की श्रीमती श्यामलताई पवार उपस्थित थे। इस समय मान्यवरों को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में आस पास के ४ सहस्र से भी अधिक धर्माभिमानी स्वयंस्फूर्ति से सम्मिलित हुए थे।
आयोजकों ने कार्यक्रम की अनुमति हेतु, १८ फरवरी को ही स्थानीय पुलिस थाने में आवेदन दिया था और उन्होंने दो दिन तक उसका पृष्ठपोषण भी किया; परंतु कार्यक्रम के ही दिन पुलिस प्रशासन ने आयोजकों को बुलाकर कार्यक्रम की अनुमति देने में असमर्थता दर्शाकर कार्यक्रम निरस्त करने के लिए कहा ! तब शहर के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने मिल कर पुलिस प्रशासनपर दबाव बनाया और उसके पश्चात ही अनुमति मिली। इस समय तुलजापुर के पुलिस निरीक्षक श्री. बोकडे ने कहा कि, जिलाधिकारी ने मुझे इस कार्यक्रम के लिए अनुमति न देने के लिए कहा था। संबंधित अधिकारियों की, स्पष्टता से कुछ न कहना, टालमटोल करना तथा गोलमाल उत्तरें देने की इस वृत्ति के कारण कार्यक्रम के दिन अनेक हिन्दुत्वनिष्ठों का समय व्यर्थ गया !
क्षणचित्र
१. जब मान्यवरों का मार्गदर्शन चल रहा था, तब उपस्थित धर्माभिमानियों की ओर से स्वयंस्फूर्ति से धर्माभिमान जागृत करनेवाली घोषणाएं की जा रहीं थी !
२. सभा के पश्चात अनेक युवकों की प्रमुख वक्ताओं से मिलने हेतु व्यासपिठ के निकट भीड उमड पड़ी थी !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात