पनवेल (नई मुंबई) में शिवजयंती के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’
पनवेल : ‘शिवचरित्र’ से समाज का निर्माण होना चाहिए। आज के दिशाहीन युवकों को छत्रपति शिवाजी महाराज एवं संभाजी महाराज क्या थे, यह सिखाना चाहिए। आज घर घर में पाश्चात्त्य विकृति बढ रही है। ‘मां-पिताजी’ की जगह ‘मम्मी-डैडी’ ने ली है। छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाएंगे; परंतु हम केवल उसी के लिए वर्ष में एक बार न मिल कर प्रतिदिन एक दूसरे से मिलेंगे एवं छत्रपति शिवाजी महाराज का आदर्श सामने रख कर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करेंगे ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रसाद वडके ने ऐसा मार्गदर्शन किया।
वे, सिद्धी करवले, तळोजा (ता. पनवेल) में श्री छत्रपती शिवाजी महाराज की जयंती के उपलक्ष्य में धर्मजागृति सभा संपन्न हुई उस समय बोल रहे थे।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी की श्रीमती नंदिनी सुर्वे ने कहा कि, वर्तमान की पीढी चलचित्रों के मायावी जाल में फंसती जा रही है। ‘लव्ह जिहाद’ की घटनाएं दिन-ब-दिन बढती जा रही हैं। चलचित्रों के माध्यम से इस्लामीकरण चल रहा है, जिस के अनेक उदाहरण हैं। करिना एवं सैफअली खान के पुत्र का नाम तैमुर रखा गया है। जिस तैमुर ने हिन्दुओं पर अत्याचार किए, उसका आदर्श नई पीढी के सामने कैसे रखेंगे ?
तळोजा मजकूर के शिवप्रेमी एवं स्वराज मावळा प्रतिष्ठान संस्थापक अध्यक्ष श्री. गुरूनाथ मुंबईकर ने इस सभा का आयोजन किया था। उनकी विशेषता यह कि, ‘उन्होंने बहुके दोहद के उपलक्ष्य में आयोजित प्रीतिभोज के कार्यक्रम में उसे भेंट रूप में एक तलवार दी थी !
इस सभा में शिवसेना तहसिल अध्यक्ष श्री. रामदास दादा पाटिल, पिसार्वे गांव के सरपंच श्री. संतोष धर्मा म्हात्रे, श्री. दिनेशशेठ केणी, करवले के ग्रामपंचायत श्री. वासुदेव पाटिल, घोट के श्री. ज्ञानेश्वर पाटिल एवं श्री. बाळकृष्ण दारावरकर, तळोजे के भूतपूर्व सरपंच श्री. खोबाजी पाटिल, श्री. रघुनाथ पाटिल, श्री. जगन्नाथ बुवा मढवी, श्री. मंगेश नाना मुंबईकर, भूतपूर्व सरपंच श्री. लहू नाना पाटिल एवं श्री. गुरुनाथ मुंबईकर उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात