कल्याण : छत्रपति शिवाजी महाराज एवं उनके सैनिकों ने दिए हुए बलिदान को हम भूल गए हैं। छत्रपतिजी ने अपने हर अभियान से पहले कुलस्वामिनी श्री भवानीदेवी से आशीर्वाद प्राप्त कर उसकी उपासना की, उसी प्रकार हमें भी ईश्वर की उपासना करनी चाहिए।
आज यदि छत्रपति शिवाजी महाराज पुनः बनने हों, तो पहले जिजाऊमाता बननी चाहिए तथा उसके लिए धर्मशिक्षा लेकर धर्माचरण करना महत्त्वपूर्ण है ! भाजपा के कल्याण शहर उपाध्यक्ष आधुनिक वैद्य उपेंद्र डहाके ने ऐसा प्रतिपादित किया।
तळोजा के शिरढोण गांव में शिवजयंती के उपलक्ष्य में १९ फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में वे ऐसा बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में ११० ग्रामवासी उपस्थित थे।
क्षणचित्र
१. युवकों ने केवल ४ ही दिनों मे शिवजयंती के कार्यक्रम का नियोजन किया था !
२. कार्यक्रम का यह पहला वर्ष होते हुए भी युवकों ने पोवाडे (वीररसयुक्त गीत) एवं व्याख्यान जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया था।
३. ग्रामवासियों के हाथों दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात