कार्तिक कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
समारा – इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने उत्तरी बगदाद के शहरों और गांवों में 13 लोगों की हत्या कर दी है। इसकी जानकारी अधिकारियों, मारे गए लोगों के संबंधियों और चश्मदीदों ने दी है। मारे गए लोगों में एक पत्रकार और उसका भाई भी शामिल है।
पत्रकार के संबंधियों ने कहा कि जिहादियों ने स्थानीय चैनल समा सलाहेद्दीन के लिए काम करने वाले 37 वर्षीय कैमरामैन राद अल-अजवी और उसके भाई की तिकरित शहर के पास समारा गांव में गोली मारकर हत्या कर दी। मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ‘रिपोटर्स विदआउट बॉर्डर्स’ (आरएसएफ) के अनुसार, तीन बच्चों के पिता को इस्लामिक स्टेट ने सात सितंबर को बंधक बनाया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि इस्लामिक स्टेट समूह ने अजवी को मारने की धमकी थी क्योंकि उसने आईएस के लिए काम करने से इंकार कर दिया था।
मृतक पत्रकार के संबंधी ने नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर बताया, ‘आईएस के आतंकी अजवी और उसके भाई को घर से उठा ले गए’। उसने कहा, ‘गांव के कुछ लोगों ने उस पर सरकार के लिए काम करने का आरोप लगाया और इसकी जानकारी जिहादियों को दे दी होगी। वह हमेशा अपना कैमरा अपने साथ रखता था।’
आईएस ने इसी समारा गांव में दो और लोगों की हत्या की है। वहीं, उत्तरी तिकरित में 9 लोगों को मौत के घाट उतारा है। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इन सभी को जमीनी स्तर के जिहाद-विरोधी सुन्नी संगठनों के साथ संबंधों के संदेह में मारा गया है।
११ अक्टूबर २०१४, कार्तिक कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
इराक : आईएस ने ६ महिलाओं को मौत के घाट उतारा
मोसुल : आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इराक के मोसुल शहर में दो महिला चिकित्स्कों सहित छह महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया। यह जानकारी शुक्रवार को एक अधिकारी ने दी। एक सूत्र ने बताया कि महिलाओं की हत्या का कारण अभी तक नहीं पता चल पाया है। दो मृत महिला चिकित्सकों की पहचान माहा सुभान और लामिया इस्माइल के रूप में हुई है।
निनवेह प्रांत में सुरक्षा समिति के प्रमुख मोहम्मद इब्राहिम अल-बायती ने बताया कि महिलाओं की हत्या गोलीमार कर की गई है। उन्हें उस स्थान पर मारा गया, जहां आईएस आमतौर पर अपने विरोधियों की हत्या करता है। बायत ने बताया कि जिहादियों ने महिलाओं के शव मोसुल की फोरेंसिक मेडिसिन सर्विस को सौंपे थे।
स्त्रोत : पंजाब केसरी