नई देहली के जंतरमंतर पर ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !
नई देहली : ११ मार्च को नई देहली के जंतरमंतर पर विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।
इस अवसर पर लोकतंत्र का पतन रोकने हेतु मतदान प्रक्रिया पारदर्शी बनाने की मांग की गई। हालही में संपन्न ५ राज्यों के विधानसभा चुनाव, महाराष्ट्र में महानगरपालिका, जिला परिषद एवं पंचायत समिति के चुनावों में उपयोग किए गए ‘ईव्हीएम’ अर्थात इलेक्ट्रॉनिक मतदान यंत्रों में गड़बड़ी होने की घटनाएं सामने आईं। इस कारण आंदोलन में यह मागं की गई।
मुंबई महानगरपालिका चुनावों मे मतदाता सूचियों से ११ लाख मतदाताओं के नाम गायब होना, मृत व्यक्ति के नाम पर मतदान किया जाना, प्रत्यक्ष रूप से हुआ मतदान एवं मतगणना में भेद होना, प्रत्याशी एवं उसके परिवारद्वारा मतदान कर भी उस प्रत्याशी को एक भी मत न मिलना इत्यादि घटनाएं सामने आईं। इससे लोगों का मतदान पर से विश्वास ही उठ गया है। इस समस्या का तत्काल समाधान निकाला जाए, यह मांग भी इस आंदोलन में की गई।
हिन्दुओं की देवी-देवताओं का अनादर करनेवाले मौलाना देहलवी पर कठोर कार्रवाई करें !
हिंदी समाचार वाहिनी आजतक पर मुसलमान मतदाताओं के संदर्भ में आयोजित एक परिचर्चा में तलाक के संबंध में बात करते हुए मौलाना देहलवी ने प्रभु श्रीरामजी एवं माता सीता का अनादर किया। उन्होंने अत्यंत क्षोभजनक वक्तव्य देते हुए कहा कि, ‘तलाक’ हमारे धर्म की अंतर्गत बात है। जिनके राम ने सीता का त्याग किया, वो हमारे तलाक के संदर्भ में बात कर रहे हैं ! साथ ही साजिद रशीद ने प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पत्नी के साथ न्याय किया है क्या ?, ऐसा प्रश्न पूछकर उनका भी अनादर किया। इसके लिए रशीदपर आपराधिक कार्रवाई हो, साथ ही मौलवी देहलवी पर धारा २९५ अ के अंतर्गत धार्मिक भावनाओं को आहत करने के प्रकरण में अपराध प्रविष्ट कर उनको बंधक बनाया जाए, यह मांग भी इस आंदोलन में की गई।
इसके अतिरिक्त प्रलोभन देकर हिन्दुओं के किए जा रहे धर्मपरिवर्तन को रोकने हेतु केंद्र शासन ‘धर्मपरिवर्तन प्रतिबंध कानून’ बनाए, ऐसी मांग भी की गई।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात