मंदिर सरकारीकरण के दुष्परिणाम
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देवीभक्तों की ओर से जिला प्रशासन को ज्ञापन
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श्रीक्षेत्र तुळजापुर मंदिर की पवित्रता का पालन करने हेतु ऐसे मंदिरों को श्रद्धालुओं को हस्तांतरित करें !
धाराशिव : तुळजापुर शहर को राज्य सरकार ‘मद्यमुक्त’ घोषित करें तथा उसकेद्वारा तीर्थक्षेत्र की पवित्रता का पालन करें। इस आशय का ज्ञापन श्री तुळजापुर पुजारी मंडल के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री. किशोर गंगणे, उपनगराध्यक्ष श्री. तुळशीदास साखरे के साथ अन्य देवी के श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन की ओर, मुख्यमंत्री के नाम से दिया है। यहां की तुळजापुर नगरपालिका ने भी जनता की भावना का आदर कर उपर्युक्त मांग का ज्ञापन जिला प्रशासन की ओर प्रस्तुत किया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि,
१. श्रीक्षेत्र तुळजापुर को प्रतिदिन सहस्त्रों श्रद्धालु आते हैं; किंतु इस ‘मद्य’ के कारण श्रद्धालु तथा स्थानीय नागरिकों में भी व्यसनाधिनता बढ गई है। फलस्वरूप, अपप्रकार तथा अवैध कारोबार बढ रहे हैं !
२. इस कारण श्री तुळजाभवानी देवी के अस्तित्व से पावन इस तीर्थक्षेत्र को ‘धब्बा’ लगने का धोखा भी उत्पन्न हुआ है !
३. तुळजापुर नगरपालिका ने भी इससे पूर्व मद्यबंदी का प्रस्ताव एकमत से पारित किया था; किंतु उसकी कार्रवाई नहीं हुई थी। अतः शासनस्तर पर से ही ‘मद्यबंदी’ के आदेश दिए जाएं !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात