छत्रपति संभाजी महाराज ‘बलिदान मास’ के उपलक्ष्य में आयोजित व्याख्यान
सातारा : वर्तमान की स्थिति मुगलों के साम्राज्य में जैसी थी वैसी ही है, दिन दहाड़े बलात्कार हो रहे हैं और वे राज्यकर्ताओं को दिखाई नहीं दे रहे हैं ! श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के संस्थापक पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी ने; बलात्कार करनेवालों को १२ घंटों के अंदर देहदंड देने का अधिकार, माता-बहनों को दिए जाने की मांग की। छत्रपति संभाजी महाराज ‘बलिदान मास’ के उपलक्ष्य में आयोजित व्याख्यान में वे, बोल रहे थे। इस अवसर पर सातारा जिले के ७०० से भी अधिक धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे।
उन्होंने आगे कहा कि, हिन्दुओं की ‘ऐसी’ नींद धोखे की घंटी सिद्ध हो सकती है ! आनेवाला समय महाभयानक है एवं इस संदर्भ में साधुसंतों ने भी भाष्य किया है। शिवछत्रपति पिता-पुत्रों ने इन संकटों का सामना करते करते पूरा जीवन समर्पित किया। एक मास तक अत्यंत मरणप्राय यातना दे कर छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या की गई; परंतु आज के हिन्दू इस बात को भूल गए हैं। यदि छत्रपति संभाजी महाराज ने धर्म के लिए बलिदान नहीं किया होता, तो आज हम हिन्दू, ‘हिन्दू’ नहीं रहते ! इस निमित्त हम शपथ लेते हैं कि, ‘शिवछत्रपति पिता-पुत्रों के समान हम भी सदैव भारतमाता की रक्षा हेतु सिद्ध रहेंगे !’
श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान; भविष्य में, राष्ट्र के लिए आवश्यक कृतिशील उपक्रमों का आयोजन करेगा। इस उपक्रमों में, गोहत्या करनेवालों को देहदंड, महाराष्ट्र की माता-बहनों को संघटित कर मद्यबंदी के लिए मंत्रालय पर मोर्चाओं का आयोजन, शिवछत्रपतिजी के, ३२ मण सोने के सिंहासन का हिन्दवी स्वराज्य की राजधानी रायगढ पर पुनर्निर्माण, आदि बाते अंतर्भूत हैं !
क्षणिका : इस अवसर पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। सैकडों धारकरियों ने इसमें उत्स्फूर्त सहभाग दिया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात