राजस्थान : कोल्हापुर में बुधवार को मशहूर डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के सेट पर तोडफोड और आगजनी की गई । वहीं इस घटना के बाद राजस्थान के सामाजिक न्याय और अधिकारिता सशक्तिकरण मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (SRRKS) कमेटी और समाज के माननीय सदस्यों के लिए रिलीज से पहले फिल्म की स्क्रीनिंग की जाएगी । मंत्री ने बुधवार को करणी सेना कमेटी, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ और राजस्थान वैश्य महासभा के नेताओं के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी । इस मीटिंग के बाद मंत्री ने कहा, “प्रतिनिधियों का कहना था कि हम राज्य में फिल्म की शूटिंग पर रोक लगा दें । और अगर यह राज्य में रिलीज होती है तो पहले इसकी स्क्रीनिंग SRRKS कमेटी और समाज के माननीय सदस्यों के समक्ष होनी चाहिए, जिनसे हम फिल्म से जुडी आपत्तियों के बारे में बताएंगे ।”
मंत्री ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “सरकार का फैसला यह है कि पद्मावती की शूटिंग अब राजस्थान में नहीं हो पाएगी । रही बात रिलीज की तो यह तभी हो पाएगा जब स्क्रिप्ट में बताए गए बदलाव कर लिए जाएंगे ।” बता दें कि संजय लीला भंसाली जनवरी माह में राजस्थान के जयगढ़ किले पर पद्मावती फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, इसी दौरान करणी सेना के सदस्यों ने ना सिर्फ फिल्म के सेट पर तोडफोड की थी, बल्कि भंसाली के साथ मारपीट भी की गई थी । वहीं, बुधवार (१५ मार्च) को कुछ अज्ञात लोगों ने कोल्हापुर में इसी फिल्म के सेट पर तोडफोड की । पुलिस ने बताया की फिल्म में इस्तेमाल होने वाली कॉस्टयूम और घोडों के लिए रखे खाने को जला दिया गया ।
घटना के बाद फिल्म से जुडे सदस्यों के पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है । वहीं, राजस्थान की करणी सेना ने इस तोडफोड के लिए ‘हिंदुत्व संगठन’ का स्वागत किया है । करणी सेना के स्टेट प्रसिडेंट महिपाल सिंह ने कहा, “हम हिंदुत्व सेना को सेल्यूट करते हैं जिन्होंने कोल्हापुर में फिल्म के सेट को तोडा । यह हमारे जैसी ही सोच रखने वालों का काम है, हम उनसे संपर्क करेंगे ।” सिंह ने कहा कि यह अब राष्ट्रीय स्तर का आंदोलन बन गया है ।
संदर्भ : जनसत्ता