पाकिस्तान द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवा प्रांत बनाने पर पीओके और गिलगित में विरोध-प्रदर्शन जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारी ‘बच्चा-बच्चा कट मरेगा, पर ये सूबा नहीं बनेगा’ के नारे लगाते सुने गए । प्रदर्शन में बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी शामिल थे।
बता दें कि, वर्तमान में पाकिस्तान में बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और सिंध चार प्रांत हैं। पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान को एक अलग भौगोलिक क्षेत्र माना जाता है। वहां एक प्रादेशिक विधानसभा है और एक चुना हुआ मुख्यमंत्री है।
गौरतलब है कि, पाकिस्तान के अंतर-प्रांतीय समंवय मंत्री रियाज हुसैन पीरजादा ने कहा था कि, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के नेतृत्व वाली एक समिति ने गिलगित-बाल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा है। पीरजादा ने बताया कि, समिति ने अपनी सिफारिशों में कहा है कि, गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान का एक प्रांत बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि, उस क्षेत्र का दर्जा बदलने के लिए संविधान में संशोधन करना होगा। गौरतलब है कि, ४६ अरब डॉलर की लागत से बनने वाला चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) इसी क्षेत्र से होकर गुजरेगा। वहीं, चीन की इस योजना पर भारत कई बार आपत्ति जता चुका है। भारत का मानना है कि, पाक अधिकृत कश्मीर से गुजरने के चलते यह योजना भारत की संप्रभुता का उल्लंघन है।
स्त्रोत : अमर उजाला