सोलापुर में राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन
सोलापुर – २२ मार्च के दिन यहां संपन्न हुए राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन में भारुड तथा प्रबोधनकार श्रीमती गार्गी काळे वक्तव्य कर रही थी । अपने वक्तव्य में उन्होंने यह प्रतिपादित किया कि, ‘ईश्वर को क्या अर्पण करना, यह निाqश्चत करने का अधिकार शासन को नहीं है । मंदिर में नारियल पर प्रतिबंध लगाना अर्थात् शासन का सुरक्षा यंत्र पर विश्वास नहीं है, यह बात सिद्ध होती है । मौलाना देहलवी ने प्रभु श्रीराम का अनादर किया है । ऐसे लोगों पर कोई भी कार्रवाही नहीं की जाती ।’
आंदोलन के पश्चात् जनपदाधिकारी अजित रेळेकर को निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय पंचमुखी हनुमान मंदिर देवस्थान के सदस्य सत्यनारायण गुर्रम, रवी गोणे, लक्ष्मण साळुंखे, श्रीनिवास एकलदेवी, सत्यनारायण कनकी, जीवन सरवदे, संदीप ढगे, गोरक्षक सुधीर बहिरवडेकर, विरुपाक्ष बिराजदार, माqल्लनाथ बिराजदार, बलराज दंतुल के साथ सनातन संस्था के साधक तथा
हिन्दु जनजागृति समिति के कार्यकर्ताएं आंदोलन के लिए उपाqस्थत थे ।
आंदोलन में की गई मांगे इस प्रकार ….
१. धर्मपरिवर्तन रोकने हेतु शासन ‘धर्मपरिवर्तन पाबंदी अधिनियम’ लागू करें ।
२. धार्मिक अनबन उत्पन्न करनेवाले मौलाना देहलवी पर कडी कार्रवाही करें ।
३. मतदान प्रक्रिया पारदर्शी करें ।