शताब्दिपूर्ति महोत्सव में, १५ सहस्र से भी अधिक वारकरी उपस्थित
श्रीक्षेत्र आळंदी (पुणे) : वारकरी शिक्षण संस्था का शताब्दिपूर्ति महोत्सव २२ मार्च को आरंभ हो गया है। समारोह मे प्रथम दिन १५ सहस्र से अधिक वारकरी उपस्थित थे। इसमें अखंड हरिनाम सप्ताह समारोह के साथ अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
सप्ताह में प्रतिदिन श्रीरामकथा का आयोजन किया गया है। रामायणाचार्य ह.भ.प. रामरावजी महाराज ढोक ने कथा का पूर्वार्ध बताया एवं ऐसा कहा कि, ‘यदि समाज को छत्रपति शिवाजी महाराज की आवश्यकता है; तो उसके लिए माता जिजाऊ का जन्म होना चाहिए, इसीलिए भ्रूणहत्या न होने दे !’
वारकरी शिक्षण संस्था के कार्य को आशीर्वाद ! – श्रीसच्चिदानंद विद्यानरसिंहभारती स्वामीजी
संकेश्वर के जगद्गुरु शंकराचार्य संस्थान मठ के श्रीसच्चिदानंद विद्यानरसिंहभारती स्वामीजी ने वारकरी शिक्षण संस्थाद्वारा किए जानेवाले कार्य को शुभाशीर्वाद देते हुए कहा कि, ‘इस संस्था को १०० वर्ष पूर्ण होना बड़े आनंद की बात है !’
यह संस्था स्थापन करनेवाले सद्गुरु जोग महाराज की साधना है। उनकी साधना से ही ये सब कार्य चल रहा है। कुछ वर्ष पूर्व मेरे पास उनकी कुछ पुरातन वस्तुएं आर्इं थीं। उस समय तो मुझे इस का अर्थ समझ में नहीं आया; परंतु आज इस महोत्सव के उपलक्ष्य में उनसे जो भी ऋणानुबंध था, वह मेरे ध्यान में आया। इस कारण से आशीर्वाद ही मिला है। संस्था के कार्य को मेरे आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं !’’
शंकराचार्य श्रीसच्चिदानंद विद्यानरसिंहभारती स्वामीजी के सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य को आशीर्वाद
समारोह स्थल पर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से क्रांतिकारियों की शौर्यगाथा बतानेवाली जानकारी की प्रदर्शनी तथा सनातन संस्थाद्वारा प्रकाशित ग्रंथों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। समिति के महाराष्ट्र राज्य समन्वयक श्री. सुनील घनवट ने शंकराचार्य श्रीसच्चिदानंद विद्यानरसिंहभारती स्वामी से भेंट की। उन्होंने दैनिक सनातन प्रभात को देख कर सनातन संस्था एवं समिति के कार्य को आशीर्वाद दिए।
श्री. घनवट ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद महाराज एवं श्री. अर्जुन महाराज खाडे से भेंट कर उनके भी आशीर्वाद लिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात