हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे की नेपाल यात्रा
काठमांडू (नेपाल) : जब राजसत्ता को धर्म का मार्गदर्शन मिलता है एवं धर्माधिष्ठित राजनीति की जाती है, तब समाज, राष्ट्र एवं व्यक्ति की भौतिक तथा आध्यात्मिक उन्नति होती है साथ ही समाजव्यवस्था उत्तम रहती है। इसके विपरीत जब राजनीति धर्म को अंकित रखती है, तब स्वार्थी एवं सत्तापिपासू राजा धर्म, समाज एवं राष्ट्र में विकृति उत्पन्न करता है। इस से समाज में अराजकता उत्पन्न होकर समाज का विनाश अटल सिद्ध होता है ! हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने नेपाल के ‘टीव्ही टुडे जनकपुर’ वाहिनी पर आयोजित ‘रियल टॉक’ कार्यक्रम में ऐसा प्रतिपादित किया।
इस अवसर पर उन्होंने धर्मनिरपेक्ष नेपाल की वर्तमान स्थिति, नेपाल में भारत के प्रति बढ रहा असंतोष तथा नेपाल ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित हाने की संभावना आदि विषयों पर विस्तृत रूप से विचार-विमर्श किया। इस समय पू. डॉ. पिंगळेजी ने, ‘अगर, बहुपक्षीय लोकतंत्र अच्छा है, तो लोकतंत्र का जनक रहा इंग्लंड उसे छोड कर अपने देश में द्विपक्षीय लोकतंत्र क्यों, चलाता है ?’ ? ऐसा प्रश्न उपस्थित किया।
क्षणिकाएं
१. पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी को नेपाल में होनेवाले सनातन हिन्दू महासंम्मेलन का निमंत्रण : नेपाल पुनः ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित होने के उद्देश्य से यहां के १३३ संघटनोंद्वारा सनातन हिन्दू मोर्चा की स्थापना की गई थी। इस मोर्चे की ओर से अप्रैल में होनेवाले ‘सनातन हिन्दू महासंम्मेलन’ को उपस्थित होने हेतु, पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी को आमंत्रित किया गया।
२. नेपाल यात्रा में कोईराला सेवा समाज, नेपाल एवं महर्षि मुग्दल समाज के अध्यक्ष श्री. रुबयनाथ कोईराला, कोइराला सेवा समाज के श्री. जीवनचंद्र कोईराला, ‘हिन्दू युवा संयोजन’ के श्री. सागर मांडव एवं ज्येष्ठ नागरिकों के लिए कार्यरत ‘सार नेपाल संघटन’ की अध्यक्षा श्रीमती आरती मांडव से पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने सदिच्छा भेट ली।
नेपाल में भारतसमान ही होनेवाला हिन्दुत्वनिष्ठों का दमन !
नेपाल पुलिसद्वारा हिन्दुत्वनिष्ठ दल के कार्यकर्ताओं पर लाठीप्रहार
काठमांडू – यहां आंदोलन करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आर.पी.पी) के कार्यकर्ताओं पर नेपाली पुलिसद्वारा अश्रुगैस छोडते हुए लाठीप्रहार किया, जिस में १२ से अधिक हिन्दू कार्यकर्ता घायल हो गए। नेपाल के चुनाव आयोग ने इस पक्ष के संविधान से ‘राजेशाही’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र’ हटाने के आदेश देने के निषेधार्थ यहां प्रदर्शन किए जा रहे थे। पक्ष के अध्यक्ष कमल थापा के नेतृत्व में चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किए गए। तदुपरांत पुलिस ने उन पर धाक जमाई।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात