गीतकार श्रीजत के विरूद्ध हिन्दू संहति के सदस्यद्वारा अपराध प्रविष्ट
सिलिगुड़ी के एक छात्र द्वारा कवि श्रीजत बंदोपाध्याय के विरुध्द कथित रूप से हिंदुओं की धार्मिक भावना भड़काने के लिए आपराधिक मामला दर्ज कराने के बाद फेसबुक ने कवि की विवादित कविता हटा ली है। कवि ने १९ मार्च को फेसबुक पर १२ पंक्तियों वाली अपनी कविता ‘अभिशाप’ पोस्ट की थी। इसी दिन योगी आदित्यनाथजी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। इस बीच कवि ने उनकी कविता को लेकर धमकी मिलने की शिकायत दर्ज कराई। बंदोपाध्याय पर कविता के जरिए हिंदू धर्म के प्रतीक चिह्न त्रिशूल और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी का अपमान करने का आरोप लगा था।
‘हिंदू संहति’ नामक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के सदस्य छात्र ने अपनी शिकायत में कहा कि, श्रीजत की कविता खासकर इसकी अंतिम दो पंक्तियां हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करती हैं। बहरहाल, पुलिस ने २२ मार्च को मामला दर्ज किया और आरोप साबित होने पर कवि को अधिकतम तीन वर्ष की कैद अथवा जुर्माना लगाया जा सकता है।
पोस्ट की गई अपनी कविता की प्रतिक्रिया में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने के विरुध्द इस सप्ताह की शुरुआत में गुरुवार को कवि ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय जाकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उसी शाम एक टीवी समाचार चैनल को कहा था कि ‘कवि के लिए कोई समस्या नहीं होगी और मैं इसका पूरा ध्यान रखूंगी। मैंने पुलिस को इस संबंध में जांच करने और मुझे रिपोर्ट देने के लिये कहा है। चिंता की कोई बात नहीं है।’ (हिन्दु धर्म का अपमान करनेवाले आरोपी कवी का बचाव करनेवाली हिन्दुद्वेषी ममता बॅनर्जी ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
स्त्रोत : जनसत्ता