यवतमाळ
यवतमाळ : भगतसिंग, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिन के अवसर पर हिन्दु जनजागृति समिति की ओर से क्रांतिकारकों की जानकारी प्रदान करनेवाली सचित्र प्रदर्शनी का आयोजन यहां के शहीद चौक में किया गया था ।
क्रांतिकारकों द्वारा देश के लिए किए गए कार्य के संदर्भ की जानकारी पढकर, समाज में राष्ट्राभिमान निर्माण हो, युवकों को क्रांतिकारकों के कार्य से प्रेरणा प्राप्त हो, इस उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था । इस प्रदर्शनी का लाभ १०० लोगों ने ऊठाया । यहां के शहीद चौक में क्रांतिकारकों को अभिवादन किया गया । उस समय वीर भगतसिंग विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिन्दु जनजागृति समिति इन संगठनों के कार्यकर्ताएं भी उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं : अ.भा.वि.प. के कार्यकर्ताओं ने उत्स्फूर्त रूप से घोषणा देकर श्रद्धांजली अर्पण की ।
चुने हुए अभिप्राय
१. ‘क्रांतिकारकों ने मातृभूमि के लिए किए गए प्रंचड त्याग को कुछ सीमा नहीं है । युवकों ने उनके चरित्र पढकर सीख प्राप्त करनी चाहिए । यह दिन पालन
किया । इस बात के लिए मैं अपना आभारी हूं ।’– मु.प. वखटे
२. ‘आज का कार्यक्रम प्रेरणादायी था । शहिदों द्वारा दिखाएं गए मार्ग से जाकर देश के लिए त्याग करने की भावना जागृत हुई है ।’ – एन्.जे. लाखाणी
तुळजापुर
तुळजापुर : यहां के आर्य चौक में भगतसिंग, राजगुरु तथा सुखदेव का बलिदान दिन प्रातः ९.३० बजे मनाया गया । उस समय अनेक राष्ट्रप्रेमी उपस्थित थे । कार्यक्रम का प्रारंभ क्रांतिकारकों की प्रतिमा के पूजन से किया गया । उस समय समिति के श्री. अमित कदम तथा श्री. विलास पुजारी ने अपना मनोगत व्यक्त किया । उस समय पतंजली के प्रदीप चव्हाण, श्री. सुहास साळुंके, अनंत कोंडोे, युवा भारत के प्रतिनिधी अंबादास पोफळे, बाळासाहेब शामराज, नगरसेवक विनोद पलंगे, मयुर कदम, सुरेंद्र कदम, शाहुराज कवठेकर उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात